विप्रो डिविडेंड रिकॉर्ड डेट
डिविडेंड राशि के अनाउंसमेंट के साथ विप्रो लिमिटेड कंपनी ने इस डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट की भी घोषणा कर दी है। विप्रो कंपनी ने बताया कि आगामी 28 जुलाई को वह रिकॉर्ड डेट के तौर पर चुना है। रिकॉर्ड डेट हुआ तारीख होती है जिस दिन कंपनी अपने डिविडेंड के लिए काबिल शेयर होल्डर्स की पहचान करती है।
खाते में कब तक आएगा डिविडेंड का पैसा?
डिविडेंड की राशि और डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट की घोषणा के बाद विप्रो लिमिटेड ने बताया कि आगामी 15 अगस्त से पहले वह अपने 5 रुपए के डिविडेंड का भुगतान कर देगी।
डिविडेंड पाने का पूरा प्रोसेस
अगर आपको भी विप्रो लिमिटेड के इस ₹5 के डिविडेंड को पाना है तो आपको सबसे पहले विप्रो शेयर को खरीदना होगा। ध्यान रहे आपको विप्रो के डिविडेंड की रिकॉर्ड डेट 28 जुलाई से पहले शेयर खरीदना होगा। यानी 27 जुलाई जिस दिन डिविडेंड का एक्स डेट पड़ रहा है उस दिन तक आपको किसी भी हालत में शेयर खरीदना होगा ताकि 28 जुलाई तक आपके डिमैट अकाउंट में विप्रो शेयर पहुंच जाए। ध्यान रहे भारत में टी प्लस वन मेथड के हिसाब से शेयर सेटलमेंट होता है यानी आज शेयर खरीदते है तो आपके डीमेट अकाउंट में एक दिन बाद शेयर आएगा।
विप्रो डिविडेंड के केस में आप 27 जुलाई को विप्रो शेयर खरीदते है तो आपके डिमैट अकाउंट में 28 जुलाई को शेयर पहुंच जाएगा। विप्रो लिमिटेड कंपनी 28 जुलाई को ही चेक करेगी की कौन उनके डिविडेंड के लिए काबिल है। अगर आपके डिमैट अकाउंट में 28 जुलाई को कंपनी का शेयर रहेगा तो आप डिविडेंड के लिए योग्य माने जाएंगे।
अगर आपके पोर्टफोलियो में विप्रो लिमिटेड का शेयर पहले से मौजूद है तो आपको केवल 28 जुलाई यानी डिविडेंड के रिकॉर्ड डेट तक शेयर को होल्ड करना है आप अपने आप ही डिविडेंड पाने के योग्य हो जाएंगे।
विप्रो डिविडेंड हिस्ट्री
विप्रो लिमिटेड कंपनी 8 मई साल 2000 के बाद से अब तक अपने इन्वेस्टर्स को 35 बार डिविडेंड बांट चुकी है। विप्रो लिमिटेड ने अंतिम बार 28 जनवरी 2025 को 6 रुपए के इंटिरिम डिविडेंड का भुगतान किया था। इससे पहले उन्होंने 24 जनवरी 2024 को 1 रुपए का इंटिरिम डिविडेंड, 24 जनवरी 2023 को 1 रुपए का इंटिरिम डिविडेंड और 5 अप्रैल 2022 को 5 रुपए का इंटिरिम डिविडेंड बंट चुकी है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times