ADR यानी अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट होता है. कोई विदेशी कंपनी अगर अमेरिका यानी USA बाजार में लिस्ट होना चाहती है तो उसे ADR इश्यू करने होते हैं. भारत की कई कंपनियां ADR के तौर पर अमेरिका में लिस्ट है. इनमें इन्फोसिस, विप्रो, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, डॉ रेड्डीज प्रमुख है.
क्यों दिख रही Wipro ADR में तेजी?
Wipro ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि कारोबारी साल 2026 की पहली तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा घटकर 3,330 करोड़ रुपये पर आ गया है. जो पिछली तिमाही (जनवरी- मार्च) में 3,570 करोड़ रुपये पर था. हालांकि, कंपनी का मुनाफा 22,087 करोड़ पर रहने का अनुमान लगाया गया था.
Wipro Q1 Results : कैसे रहे हैं जून तिमाही के नतीजे?
इस दौरान कंसोलिडेटेड आय घटकर 22,080 करोड़ रुपये पर आ गई है, जो मार्च 2025 में समाप्त तिमाही में 22,445 करोड़ रुपये से 1.6% की मामूली गिरावट है. कंपनी ने कहा कि जून तिमाही के दौरान कंपनी का EBIT 0.7% की गिरावट के साथ 3,813 करोड़ रुपये पर रहा, जो पिछली तिमाही में 3,927 करोड़ रुपये पर था. EBIT मार्जिन की बात करें तो यह तिमाही दर तिमाही 17.1% से बढ़कर 17.3% पर पहुंच गया है.
डॉलर आय में 0.3% की गिरावट देखने को मिली है, जो 2,587.4 मिलियन डॉलर पर रही, जबकि पिछली तिमाही में कंपनी की डॉलर आय 2,596.5 मिलियन डॉलर पर थी.
डिविडेंड का भी एलान – कंपनी ने अपने शेयरहोल्डर्स के लिए 5 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड का एलान किया है. अंतरिम डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट 28 जुलाई को तय की गई है.
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Source: CNBC