कंपनी ने अब सालाना प्रति शेयर कमाई (EPS) का अनुमान $6 से $8 तक रखा है, जो कि पहले के $10 के पूर्वानुमान से काफी कम है. एनालिस्ट्स का पूर्व अनुमान $8.78 था. आपको बता दें कि Whirlpool कॉर्पोरेशन, Whirlpool ऑफ इंडिया लिमिटेड की पैरेंट कंपनी है.
कंपनी के मैनेजमेंट ने बताया कि उनके अधिकांश प्रोडक्ट अमेरिका में बनाते हैं, लेकिन दूसरे देशों से आयात पर लगने वाले नए टैरिफ के संभावित फायदे उन्हें अभी तक महसूस नहीं हुए हैं क्योंकि विदेशी रेसिप्रोकल टैरिफ बढ़ने से पहले तेजी से आयात कर गए थे.
चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (CFO) जिम पीटर्स ने कहा कि एशियाई प्रतिस्पर्धियों की ओर से बढ़ाए गए प्रमोशन्स की वजह से कंपनी ने कुछ बाजार हिस्सा खोया है.
इसके अलावा, बढ़े हुए मॉर्गेज रेट्स के कारण मकान बाजार की सुस्ती ने भी तिमाही के प्रदर्शन को प्रभावित किया. Whirlpool कॉर्प ने तिमाही में 5.4% की नेट बिक्री में गिरावट दर्ज की, जबकि नॉर्थ अमेरिका में बिक्री में 4.7% की कमी आई. कंपनी ने तिमाही डिविडेंड को भी $1.75 प्रति शेयर से घटाकर $0.9 कर दिया है.
क्या बोली कंपनी?
फिर भी CFO जिम पीटर्स ने ऑप्टिमिज्म व्यक्त करते हुए कहा कि यह छोटा अंतराल है. टैरिफ के पूरी तरह लागू होने के बाद कंपनी को इनका फायदा होगा. वे उम्मीद करते हैं कि टैरिफ की वजह से आयात में धीमापन आएगा, जो कंपनी के लिए पॉजिटिव रहेगा.
कंपनी ने पूर्ण साल के लिए बिक्री का अनुमान $15.8 अरब रखा है, जो विश्लेषकों के अनुमान $15.6 अरब से अधिक है. हालांकि इस सकारात्मक बिक्री अनुमान के बावजूद शेयरों में गिरावट को रोक नहीं पाया गया.
पीटर्स ने यह भी कहा कि कंज्यूमर के खर्च का माहौल अगले साल तक बेहतर होने की संभावना है, लेकिन इस साल इसमें सुधार की उम्मीद नहीं है. हालांकि नियमित ट्रेडिंग में Whirlpool के शेयर सोमवार को 2% गिरकर बंद हुए, लेकिन एक्सटेंडेड ट्रेडिंग में 13.5% गिरकर $84.77 पर आ गए. यह गिरावट लेबर मार्केट की सुस्ती, ग्लोबल कॉम्पिटीशन में इजाफा और टैरिफ से जुड़े प्रभावों के कारण हुई है, जबकि कंपनी भविष्य में सुधार की उम्मीद करती है.
Source: CNBC