Vedanta AGM: वेदांता की AGM में अनिल अग्रवाल ने डीमर्जर पर दी बड़ी जानकारी

वेदांता लिमिटेड की सालाना बैठक (AGM) में चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने FY25 के शानदार नतीजों के साथ भविष्य की बड़ी योजनाएं रखीं. कंपनी ने अब तक की सबसे ज्यादा आमदनी हासिल की है और अब उसका फोकस डबलिंग प्रोडक्शन, नई स्मेल्टर यूनिट और डीपटेक स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी पर है.

FY25 में रिकॉर्ड आमदनी
1.50 लाख करोड़ की आमदनी (Highest Ever Revenue)-FY25 में वेदांता ने अब तक की सबसे ज्यादा सालाना आमदनी दर्ज की, जो कंपनी की मजबूत ऑपरेशनल परफॉर्मेंस और मल्टी-बिजनेस रणनीति का नतीजा है.

Hindustan Zinc में भारी निवेश
₹12,000 करोड़ का निवेश किया जा रहा है एक नई 2.5 लाख टन सालाना क्षमता वाली स्मेल्टर यूनिट के लिए.यह यूनिट हिंदुस्तान जिंक की क्षमता बढ़ाने और लागत घटाने में अहम साबित होगी.
शेयरधारकों के लिए मतलब: मेटल सेगमेंट में यह निवेश लॉन्ग टर्म वैल्यू जोड़ सकता है और EBITDA में मजबूती ला सकता है.
ऑयल एंड गैस बिजनेस में डबल प्रोडक्शन का टारगेट
कंपनी की योजना है कि ऑयल एंड गैस प्रोडक्शन को 3 लाख बैरल/दिन तक ले जाया जाए, जो मौजूदा स्तर से करीब दोगुना होगा.
अनुमान: इससे कैश फ्लो और रिटर्न ऑन कैपिटल में बड़ा सुधार हो सकता है.
एल्युमिनियम प्रोडक्शन भी बढ़ेगा

एल्युमिनियम बिजनेस की प्रोडक्शन क्षमता को 31 लाख टन प्रति वर्ष तक ले जाने की योजना है.
पिछले साल की तुलना में यह 20-25% की वृद्धि हो सकती है, जिससे वैल्यू-एडेड प्रोडक्ट्स के जरिए मार्जिन बेहतर होंगे.
स्टार्टअप्स से साझेदारी
वेदांता ने बताया कि वह 1,000 डीपटेक स्टार्टअप्स के साथ साझेदारी करने की योजना बना रही है.इसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्लीन एनर्जी, मटेरियल साइंस जैसे क्षेत्रों पर फोकस होगा.
डीमर्जर को मिला 99.5% समर्थन
कंपनी के डिमर्जर प्रस्ताव को 99.5% शेयरधारकों और लेनदारों का समर्थन मिल चुका है.डिमर्जर की प्रक्रिया अब रेगुलेटरी मंजूरी का इंतजार कर रही है.???? डिमर्जर के बाद Vedanta के हर बिजनेस (जैसे एल्युमिनियम, जिंक, ऑयल & गैस, पावर आदि) को अलग-अलग कंपनियों में बदल दिया जाएगा.
“हर बिजनेस 100 अरब डॉलर का बन सकता है”
अनिल अग्रवाल ने कहा:-“हमारा मानना है कि वेदांता के हर बिजनेस यूनिट में इतना दम है कि वह 100 बिलियन डॉलर की वैल्यू बना सकता है. यह स्टेटमेंट निवेशकों को लॉन्ग टर्म ग्रोथ के प्रति आश्वस्त करता है. मल्टी-बिजनेस स्ट्रक्चर में Unlocking Value – डिमर्जर से शेयरहोल्डर को अलग-अलग यूनिट्स में हिस्सेदारी मिलेगी, जिससे स्पेशलाइज्ड वैल्यू बन सकती है.
बड़ी कैपेक्स योजनाएं – जिंक, ऑयल-गैस और एल्युमिनियम में नए निवेश से आने वाले सालों में रेवेन्यू और मार्जिन पर पॉजिटिव असर.
FY26–FY27 में बड़ी छलांग की उम्मीद – यदि डिमर्जर और उत्पादन वृद्धि समय पर पूरी हुई, तो कंपनी का वैल्यूएशन तेजी से बढ़ सकता है.
वेदांता की AGM में अनिल अग्रवाल ने बड़े प्लान्स पेश करते हुए FY25 की मजबूत परफॉर्मेंस के बाद FY26 में एक और छलांग की तैयारी दिखाई. कंपनी का फोकस उत्पादन दोगुना करने, स्टार्टअप्स के साथ टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ने और अपने हर बिजनेस को इंडिपेंडेंट $100B वैल्यू की कंपनी में बदलने पर है.

Source: CNBC