Travel Food की मार्केट में फीकी एंट्री, लौटेगी शेयरों की रौनक या निकाल लें मुनाफा?

Travel Food Services Listing Day Strategy: भारत, मलेशिया और हॉन्ग कॉन्ग में एयरपोर्ट्स और हाईवेज पर ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्टोरेंट्स (QSR) और लाउंज चलाने वाली ट्रैवल फूड सर्विसेज के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में सुस्त एंट्री हुई। इसके शेयरों ने आईपीओ निवेशकों को महज 2% के करीब ही लिस्टिंग गेन दिया। आज BSE पर इसकी ₹1126.20 और NSE पर ₹1,125.00 पर एंट्री हुई है। अब आगे की बात करें तो एक्सपर्ट्स इसमें लॉन्ग टर्म के लिए पैसे लगाने की सलाह दे रहे हैं। इसके ₹2000 करोड़ के आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 3.03 गुना सब्सक्राइब हुआ था। यह इश्यू पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल का था और ₹1100 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं।

Travel Food Services को लेकर क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के प्रमुख (फंडामेंटल रिसर्च-इंवेस्टमेंट सर्विसेज) नरेंद्र सोलंकी का कहना है कि इंडियन एयरपोर्ट ट्रैवल क्यूएसआर सेगमेंट में कंपनी की हिस्सेदारी करीब 26% है तो एयरपोर्ट लाउंड सेगमेंट में करीब 46% मार्केट पर कब्जा है। इसमें एसोसिएट्स और ज्वाइंट वेंचर्स का रेवेन्यू भी शामिल है। नरेंद्र सोलंकी के मुताबिक एयरपोर्ट्स और हाईवेज पर क्यूएसआर सर्विसेज में कंपनी सबसे आगे है। अब बढ़ते कंज्यूमर स्पेंडिंग और एयरपोर्ट इंफ्रा के विस्तार में बात करें तो कंपनी आगे बढ़ने के लिए मजबूत स्थिति में है। उन्होंने निवेशकों को कुछ मुनाफा बुक करने और बाकी लॉन्ग टर्म तक होल्ड करने की सलाह दी है। हेंसेंक्स सिक्योरिटीज के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च और बिजनेस डेवलपमेंट) महेश एम ओझा का कहना है कि लॉन्ग टर्म निवेशक इसे होल्ड कर सकते हैं तो शॉर्ट टर्म निवेशक मुनाफा बुक कर सकते हैं।

Travel Food Services के बारे में

वर्ष 2007 में बनी ट्रैवल फूड सर्विसेज इंडियन एयरपोर्ट ट्रैवल क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (ट्रैवल क्यूएसआर) और लाउंज है। इसके एफएंडबी (फूड एंड बेवरेज) ब्रांड पोर्टफोलियो में 117 पार्टनर और इन-हाउस ब्रांड्स हैं। कंपनी के दावे के मुताबिक भारत में यह क्यूएसआर आउटलेट और एयरपोर्ट ट्रैवल क्यूएसआर का सबसे बड़ा नेटवर्क चला रही है। भारत में इसके 413 आउटलेट्स चल रहे हैं जिसमें से 384 तो एयरपोर्ट्स पर हैं और बाकी हाईवेज पर हैं।

जून 2024 तक की डिटेल्स के मुताबिक इसके ट्रैवल क्यूएसआर और लाउंज बिजनेस भारत के 14, मलेशिया के 3 एयरपोर्ट और हॉन्ग कॉन्ग के 1 एयरपोर्ट पर चल रहे हैं। इन तीनों देशों में इसके 37 लाउंज हैं जिसमें से 28 प्राइवेट एयरपोर्ट लाउंज भारत में हैं जिसके जरिए यह देश के 10 एयरपोर्ट पर सबसे बड़ा नेटवर्क चला रही है। भारत में इसका कारोबार दिल्ली एयरपोर्ट, मुंबई एयरपोर्ट, बेंगलुरु एयरपोर्ट, हैदराबाद एयरपोर्ट, कोलकाता एयरपोर्ट और चेन्नई एयरपोर्ट में चल रहा है। जून 2024 तक की डिटेल्स के मुताबिक दिल्ली एयरपोर्ट पर कंपनी 14 वर्षों से, मुंबई एयरपोर्ट पर 15 वर्षों से, बंगलुरु एयरपोर्ट पर 5 वर्षों से और चेन्नई एयरपोर्ट पर 11 वर्षों से है।

कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹251.30 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹298.12 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹379.66 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 26% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹1,762.71 करोड़ पर पहुंच गया।

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Source: MoneyControl