Market Trade setup : निफ्टी ने 6 जून को मजबूत प्रदर्शन किया। आरबीआई के दरों में 1 फीसदी कटौती के फैसले के बाद बाजार में 1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई। इंडिया VIX के 15 से नीचे जाने से भी बुल्स को राहत मिली। इसके अलावा, इंडेक्स ने सभी अहम मूविंग एवरेज से काफी ऊपर कारोबार किया, जिसमें RSI में पॉजिटिव क्रॉसओवर रहा। इसके अलावा यह डाउनवर्ड रेजिस्टेंस ट्रेंडलाइन को तोड़ने के कगार पर है। बाजार जानकारों का कहना है कि निफ्टी के लिए ऊपर की तरफ 25,200-25,300 पर रेजिस्टेंस है, जबकि 24,800-24,700 के जोन में पहला सपोर्ट है। इसके बाद 24,500 पर अगला बड़ा सपोर्ट है
यहां आपको कुछ ऐसे आंकड़े दे रहे हैं जिनके आधार पर आपको मुनाफे वाले सौदे पकड़ने में आसानी होगी।
Nifty के लिए की सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल
पिवट प्वांइट पर आधारित सपोर्ट : 24,765, 24,680 और 24,543
पिवट प्वांइट पर आधारित रजिस्टेंस : 25,038, 25,123 और 25,259
बैंक निफ्टी
पिवट पॉइंट्स पर आधारित रजिस्टेंस : 56,713, 56,986 और 57,430
पिवट पॉइंट्स पर आधारित सपोर्ट : 55,826, 55,552 और 55,109
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित रजिस्टेंस : 58,648, 65,412
फिबोनैचि रिट्रेसमेंट पर आधारित सपोर्ट: 54,573, 53,260
निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
मंथली बेसिस पर 26,000 की स्ट्राइक पर 1.08करोड़ कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
25,000 की स्ट्राइक पर 62.6 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम सपोर्ट लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी कॉल ऑप्शन डेटा
बैंक निफ्टी में 56,000 की स्ट्राइक पर 19.02 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम कॉल ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
बैंक निफ्टी पुट ऑप्शन डेटा
56,000 की स्ट्राइक पर 19.72 लाख कॉन्ट्रैक्ट का अधिकतम पुट ओपन इंटरेस्ट देखने को मिला है जो आगे आने वाले कारोबारी सत्रों में अहम रजिस्टेंस लेवल का काम करेगा।
एफआईआई और डीआईआई फंड फ्लो
फीयर इंडेक्स इंडिया VIX में लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट का रुख बना रहा। शुक्रवार को यह 3 फीसदी गिरकर 14.63 के स्तर (दो महीने का नया निचला स्तर) पर आ गया, जिससे तेजड़ियों को कुछ और राहत मिली। इंडेक्स सभी प्रमुख मूविंग एवरेज से काफी नीचे कारोबार करता दिखा।
हाई डिलिवरी ट्रेड
यहां वे स्टॉक दिए गए हैं जिनमें डिलीवरी ट्रेड का सबसे बड़ा हिस्सा देखने को मिला। डिलीवरी का बड़ा हिस्सा स्टॉक में निवेशको (ट्रेडिंग के विपरीत) की रुचि को दर्शाता है।
92 स्टॉक्स में दिखा लॉन्ग बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली बढ़त से आमतौर पर लॉन्ग पोजीशन बनने का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 92 शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला।
18 स्टॉक्स में दिखी लॉन्ग अनवाइंडिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर लॉन्ग अनवाइंडिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 18 शेयरों में सबसे ज्यादा लॉन्ग लॉन्ग अनवाइंडिंग देखने को मिली।
31 स्टॉक्स में दिखा शॉर्ट बिल्ड-अप
ओपन इंटरेस्ट में बढ़त के साथ ही कीमतों में भी होने वाली गिरावट से आमतौर पर शॉर्ट बिल्ड-अप का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 31 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला।
84 स्टॉक्स में दिखी शॉर्ट कवरिंग
ओपन इंटरेस्ट में गिरावट के साथ ही कीमतों में होने वाली बढ़त से आमतौर पर शॉर्ट कवरिंग का अंदाजा लगाया जाता है। ओपन इंटरेस्ट फ्यूचर परसेंटेंज के आधार पर पिछले कारोबारी दिन 84 शेयरों में सबसे ज्यादा शॉर्ट कवरिंग देखने को मिली।
पुट कॉल रेशियो
बाजार के मूड को दर्शाने वाला निफ्टी पुट-कॉल रेशियो 6 जून को बढ़कर 1.05 पर रहा, जबकि पिछले सत्र में यह 0.98 के स्तर पर था। गौरतलब है कि 0.7 से ऊपर या 1 को पार पीसीआर का जाना आम तौर पर तेजी की भावना का संकेत माना जाता है। जबकि 0.7 से नीचे या 0.5 की ओर गिरने वाला अनुपात मंदी की भावना का संकेत होता है।
F&O बैन के अंतर्गत आने वाले स्टॉक
F&O सेगमेंट के अंतर्गत प्रतिबंधित प्रतिभूतियों में वे कंपनियां शामिल होती हैं, जिनके डेरिवेटिव अनुबंध मार्केट वाइड पोजीशन लिमिट के 95 फीसदी से ज्यादा हो जाती हैं।
एफएंडओ प्रतिबंध में नए शामिल स्टॉक: हिंदुस्तान कॉपर
एफएंडओ प्रतिबंध में पहले से शामिल स्टॉक: आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, चंबल फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स, मणप्पुरम फाइनेंस
एफएंडओ प्रतिबंध से हटाए गए स्टॉक: कोई नहीं
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Source: MoneyControl