क्या मिलेगा डिविडेंड?
10 जुलाई को होने वाली मीटिंग में TCS Ltd कंपनी के बोर्ड ऑफ मेंबर्स फाइनेंशियल ईयर 2026 के जून क्वार्टर रिजल्ट जारी करने के प्रस्ताव पर अपना अप्रूवल देने पर विचार करेंगे। इसके अलावा इन बोर्ड मेंबर्स के सामने डिविडेंड का भी प्रस्ताव रखा जाएगा अगर इस पर अप्रूवल मिलती है तो डिविडेंड का भी ऐलान होगा। डिविडेंड की घोषणा होने पर 16 जुलाई 2025 को डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट के तौर पर पसंद किया गया है।
2025 में 18% गिरा भाव
टीसीएस शेयर साल 2025 में अब तक 18% से अधिक गिर चुका है आज जब कंपनी फाइनेंशियल ईयर 2026 का जून क्वार्टर रिजल्ट जारी करने जा रही है तो शेयर में गिरावट बनी हुई है।
रेवेन्यू में गिरावट की उम्मीद
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ब्रोकरेज उम्मीद कर रही है कि फाइनेंशियल ईयर 2026 के जून क्वार्टर में टीसीएस कंपनी का रेवेन्यू कांस्टेंट करेंसी टर्म में तिमाही दर तिमाही के आधार पर 0.4% से गिर सकता है। वहीं बीएनपी परिबास ब्रोकरेज ने कांस्टेंट करेंसी टर्म में 1.3% की गिरावट की संभावना जताई है। वहीं मोतीलाल ओसवाल और नोमूरा ब्रोकरेज ने सीक्वेंटली आधार पर रेवेन्यू में 0.5% की गिरावट की उम्मीद जताई है। ब्रोकरेज निर्मल बंग ब्रोकरेज ने कांस्टेंट करेंसी टर्म में 2.1% की गिरावट की उम्मीद कर रहा है।
मार्जिन आउटलुक कैसा रहेगा?
इस बार के जून क्वार्टर में ब्रोकरेज उम्मीद कर रहे हैं कि टीसीएस कंपनी को मार्जिन के मोर्चे पर प्रेशर झेलना पड़ सकता है। बीएनपी परिबास ने क्वार्टर दर क्वार्टर के आधार पर 30 बेसिस प्वाइंट से Ebit मार्जिन में कॉन्ट्रैक्शन की संभावना जताई है। जबकि नोमूरा ने 10 बेसिस प्वाइंट की गिरावट की उम्मीद जताई है। वहीं कोटक के अनुसार मार्जिन इस बार भी सपाट बना रहेगा।
डील विन फोरकास्ट
इस बार के जून क्वार्टर में टीसीएस कंपनी कितना डील जीतती हुई दिखाई देगी इस पर संभावना देते हुए कोटक ने बताया कि सालाना आधार पर टीसीएस कंपनी 8 से 9 बिलियन डॉलर का डील विन कर सकती है जो सालाना आधार पर सपाट ही है। वहीं निर्मल बंग ब्रोकरेज जून क्वार्टर के लिए 7 से 8 बिलियन डॉलर का डील विन का अनुमान दे रही है वहीं नोमूरा 7 से 9 बिलियन की रेंज में डील विन की संभावना जता रही है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times