TCS के Q1 नतीजों से ब्रोकरेज नाखुश, घटाया टारगेट प्राइस; शेयर 3% से ज्यादा गिरा

TCS Stock Price: देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के अप्रैल-जून 2025 तिमाही के वित्तीय नतीजे कुछ खास अच्छे नहीं रहे। तिमाही के दौरान कंपनी के शेयरहोल्डर्स के लिए कंसोलिडेटेड बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़कर 12760 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले मुनाफा 12040 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के लिए मुनाफा 12819 करोड़ रुपये रहा, जो जून 2024 ​तिमाही में 12105 करोड़ रुपये था।

टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड बेसिस पर रेवेन्यू सालाना आधार पर 1.31 प्रतिशत बढ़कर 63437 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले रेवेन्यू 62613 करोड़ रुपये था। कंपनी के भारतीय कारोबार में तिमाही आधार पर 31% की गिरावट दिखी। यूरोप, UK बिजनेस में भी दबाव देखने को मिला।

नतीजे जारी होने के बाद कई ब्रोकरेज ने TCS के शेयर के​ लिए अपना रुख साफ कर दिया है। नोमुरा और यूबीएस ने शेयर के लिए टारगेट प्राइस घटा दिया है। ब्रोकरेज का मानना है कि डील्स हासिल करना कंपनी की निर्धारित सीमा के अंदर रहा, लेकिन मार्च तिमाही की तुलना में कम रहा। अमेरिकी डॉलर में रेवेन्यू घटा, जबकि उम्मीद इसके बढ़ने की थी।

UBS का क्या है कहना

यूबीएस ने शेयर के​ लिए ‘बाय’ रेटिंग बरकरार रखी है, लेकिन टारगेट प्राइस को ₹4,050 से घटाकर ₹3,950 कर दिया है। ब्रोकरेज का कई फैक्टर्स के बेसिस पर मानना है कि कंपनी अभी भी वित्त वर्ष 2026 में इंडस्ट्री एवरेज ग्रोथ डिलीवर कर सकती है। आगे रेटिंग घटाने को लेकर बहुत ज्यादा स्कोप नहीं दिखता है। कंपनी की मौजूदा वैल्युएशन कंफर्टेबल लगती हैं। इससे स्टॉक में गिरावट का रिस्क लिमिटेड नजर आ रहा है।

नोमुरा का रुख

नोमुरा ने टीसीएस के शेयर पर अपनी ‘न्यूट्रल’ रेटिंग बरकरार रखी है, लेकिन टारगेट प्राइस को ₹3,820 से घटाकर ₹3,780 कर दिया है। कहा है कि वित्त वर्ष 2026 के लिए ग्रोथ की संभावना अभी भी अस्पष्ट है। हालांकि कंपनी के मैनेजमेंट का मानना ​​है कि प्रमुख बाजारों के लिए वित्त वर्ष 2026, वित्त वर्ष 2025 से बेहतर होगा। नोमुरा को वित्त वर्ष 2026 में मार्जिन में कोई बड़ा सुधार नहीं दिख रहा है। ब्रोकरेज ने वित्त वर्ष 26-28 के ईपीएस अनुमानों में 1-2% की कटौती की है।

HSBC और जेपी मॉर्गन की रेटिंग

HSBC ने टीसीएस शेयर के लिए ₹3,665 के टारगेट प्राइस के साथ ‘न्यूट्रल’ रेटिंग ​बरकरार रखी है। कहा कि पहली तिमाही में कंपनी के रेवेन्यू में कमी आई, जिसका मुख्य कारण बीएसएनएल थी। लेकिन अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में भी कमजोरी देखी गई। इससे भी ज्यादा चिंता वाली बात यह है कि टीसीएस भी प्रॉफिट में रहने के लिए संघर्ष करती दिख रही है।

जेपी मॉर्गन ने भी शेयर पर ₹3,650 के टारगेट प्राइस के साथ ‘न्यूट्रल’ रेटिंग बरकरार रखी है। ब्रोकरेज ने कहा कि टीसीएस ने वित्त वर्ष 2026 की शुरुआत कमजोरी के साथ की। अनुमान है कि पूरे वित्त वर्ष में ग्रॉस रेवेन्यू में गिरावट आएगी। कंपनी अंतर्राष्ट्रीय व्यापार में 1% वृद्धि के अपने लक्ष्य से चूक सकती है।

TCS शेयर लाल निशान में बंद

11 जुलाई को TCS का शेयर BSE पर लगभग 3.5 प्रतिशत गिरावट के साथ 3265.40 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप लगभग 12 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है। शेयर एक साल पहले के भाव से लगभग 17 प्रतिशत और 6 महीने पहले के भाव से 23 प्रतिशत नीचे है।

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Source: MoneyControl