Tata Motors Share Price: टाटा मोटर्स के शेयरों की लगातार तीन दिनों की गिरावट आज थम गई और आज इंट्रा-डे में डेढ़ फीसदी से अधिक रिकवर हुए। इससे पहले लगातार तीन कारोबारी दिनों में यह करीब 3% टूट गया था। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने इसकी न्यूट्रल रेटिंग को बरकरार रखा है, फिर भी आज शेयर उछल गए क्योंकि इस रेटिंग के बावजूद जो टारगेट प्राइस है, वह मौजूदा लेवल से करीब 13% अपसाइड है। फिलहाल बीएसई पर यह 0.41% की बढ़त के साथ ₹706.45 के भाव पर है। इंट्रा-डे में यह 1.70% उछलकर ₹715.50 तक पहुंचा था।
Tata Motors में निवेश का क्या है टारगेट प्राइस?
नोमुरा को उम्मीद है कि टाटा मोटर्स की हैरियर ईवी (इलेक्ट्रिक वेईकल) अपनी आकर्षक कीमतों के दम पर ईवी मार्केट में दबदबा बढ़ा सकती है। नोमुरा का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2026 में ईवी का दबदबा बढ़कर 4% और वित्त वर्ष 2027 में 5% हो जाएगा, जो वित्त वर्ष 2025 में 2.3% था। हाई एसयूवी सेगमेंट में एंट्री-लेवल डीजल ऑटोमैटिक वेरिएंट की औसत कीमत हैरियर ईवी के समान है। नोमुरा ने टाटा मोटर्स के शेयरों का टारगेट प्राइस ₹799 फिक्स किया है।
कैसी है कारोबारी सेहत?
टाटा मोटर्स के गाड़ियों की बिक्री मई महीने में सालाना आधार पर 8.6% गिर गई थी। इसकी वजह घरेलू मार्केट में सुस्ती रही जिसके चलते मई 2025 में इसके गाड़ियों की देश-विदेश में बिक्री सालाना आधार पर 76,766 यूनिट्स से गिरकर 70,187 यूनिट्स तक आ गई। घरेलू मार्केट में बात करें तो सेल्स 10% गिरकर 67,429 यूनिट्स पर आ गया। कॉमर्शियल गाड़ियों की बिक्री 5% गिरकर 28,147 यूनिट्स पर आ गई। कॉमर्शियल सेगमेंट में बात करें तो ट्रक्स और बस वाली मीडियम और हैवी कॉमर्शियल वेईकल्स (MH&ICV) की घरेलू बिक्री 12,987 यूनिट्स से गिरकर 12,406 यूनिट्स पर आ गई लेकिन निर्यात को मिलाकर टोटल सेल्स 13,532 यूनिट्स से उछलकर 13,614 यूनिट्स पर पहुंच गया।
अब कंपनी की वित्तीय सेहत की बात करें तो मार्च 2025 तिमाही में सालाना आधार पर कंपनी का कंसालिडेटेड नेट प्रॉफिट 51% गिरकर ₹17,407 करोड़ पर आ गया। इस दौरान ऑपरेशनल रेवेन्यू 0.4% बढ़कर ₹1,19,503 करोड़ पर पहुंचा। हालांकि उत्तरी अमेरिका और यूरोप से मजबूत मांग पर जगुआर लैंड रोवर की बिक्री में 1.1% का इजाफा हुआ। अब शेयरों की बात करें तो टाटा मोटर्स के शेयर पिछले साल 30 जुलाई 2024 को ₹1179.05 पर थे जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड हाई लेवल है। शेयरों की यह तेजी यहीं थम गई और इस हाई लेवल से ढाई ही महीने में यह 8 महीने से थोड़े अधिक समय में 53.98% फिसलकर 7 अप्रैल 2025 को 542.55 रुपये के भाव पर आ गया जो इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
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Source: MoneyControl