कंपनी की आय में भी गिरावट देखने को मिली है, जो घटकर 202 करोड़ रुपये पर आ गई है. एक साल पहले इस तिमाही में कपनी ने 1563 करोड़ रुपये की आय दर्ज की थी. जून तिमाही में कंपनी ने साल दर साल 231 करोड़ रुपये के EBITDA के मुकाबले 135 करोड़ रुपये का EBITDA घाटा दर्ज किया है.
प्रॉफिटेबिलिटी पर असर क्यों
कंपनी का कहना है कि बढ़ती लागत, प्रोजेक्ट डिलिवरी में डिले, और मार्जिन प्रेशर की वजह से कंपनी का मुनाफा दबाव में आया है. कंपनी ने बताया कि कुछ बड़े सरकारी और इंटरनेशनल ऑर्डर की डिलिवरी Q2 में शिफ्ट हो गई है, जिससे Q1 की प्रॉफिटबिलिटी पर असर पड़ा.
ऑर्डर बुक और ग्रोथ आउटलुक
कंपनी की ऑर्डर बुक मजबूत बनी हुई है, खासकर भारत सरकार के भारतनेट और 5G रोलआउट से जुड़े प्रोजेक्ट्स में.साथ ही, अफ्रीका और साउथईस्ट एशिया से भी कंपनी को नए ऑर्डर मिलने की उम्मीद है.
Q1FY26 | Q1FY25 के मुकाबले बदलाव | |
राजस्व (Revenue) | ₹440 करोड़ | 48% बढ़त |
EBITDA | ₹14 करोड़ | 68% गिरावट |
EBITDA मार्जिन | 3.2% | घटा |
नेट प्रॉफिट | ₹4 करोड़ | 77% गिरावट |
EPS | ₹0.26 | घटा |
Tejas Networks के अनुसार,हमारी टॉपलाइन ग्रोथ मजबूत रही है, और कई प्रोजेक्ट्स Q2 में पूरे होंगे. कंपनी ने नए सेगमेंट्स में भी विस्तार की योजना बनाई है. Tejas Networks के Q1FY26 नतीजों में राजस्व तो तेजी से बढ़ा है, लेकिन profitability में गिरावट चिंता का विषय है. कंपनी को उम्मीद है कि Q2 में डिफर्ड ऑर्डर पूरे होने से नतीजे बेहतर होंगे. निवेशकों को फिलहाल अगले तिमाही के प्रदर्शन पर नजर रखनी चाहिए.
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Source: CNBC