Swiggy Stock Price and Target Price : अगर आप हाई रिटर्न के लिए किसी न्यू एल स्टॉक की तलाश में हैं तो अच्छा मौका है. आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने स्विगी के स्टॉक पर 740 रुपये का बड़ा टारगेट प्राइस देते हुए खरीदारी की सलाह दी है. यह करंट प्राइस 395 रुपये की तुलना में करीब 85 फीसदी ग्रोथ है.
आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज का कहना है कि फूड डिलीवरी और क्विक-कॉमर्स दोनों में कुल ऑर्डर वैल्यू (GOV) और मुनाफे के हिसाब से स्विगी के नतीजे उम्मीद के मुताबिक रहे. लेकिन, एक मजबूत पॉजिटिव प्वॉइंट यह रहा कि एवरेज ऑर्डर वैल्यू (AOV) में तिमाही बेसिस पर 16% की बढ़ोतरी देखने को मिली.
यह इंस्टामार्ट के लिए यूनिट स्तर पर मुनाफे की संभावना को काफी बेहतर बनाता है और धीमी ऑर्डर ग्रोथ की भरपाई कर देता है. साथ ही, स्टोर की धीमी रफ्तार से विस्तार और मौजूदा स्टोर्स की बेहतर एफिशिएंसी पर ध्यान देना, आने वाले समय में मुनाफे में सुधार के लिए अच्छा संकेत है. इससे यह भरोसा बढ़ता है कि इंस्टामार्ट अपना ब्रेक-ईवन (न नुकसान, न मुनाफा) लक्ष्य हासिल कर लेगा.
फूड डिलीवरी में 18.8% सालाना GOV ग्रोथ यह दिखाती है कि कंपनी लगातार मार्केट शेयर बढ़ा रही है. ब्रोकरेज को लगता है कि आने वाले 6 से 9 महीनों में जब कैश बर्न कम होगा, तब यह शेयर अच्छा प्रदर्शन कर सकता है. Rapido में हिस्सेदारी बेचने से कंपनी की बैलेंस शीट मजबूत हो सकती है.
Q1FY26 : परफॉर्मेंस रिव्यू
Q1FY26 में कंपनी का रेवेन्यू 49.6 अरब रुपये रहा, जो पिछली तिमाही से 12.5% और पिछले साल से 54% ज्यादा है. EBITDA 9.5 अरब रुपये रहा, जो Q4FY25 में 9.6 अरब रुपये था.
EBITDA मार्जिन -19.2% रहा, जो पिछली तिमाही से थोड़ा बेहतर हुआ लेकिन पिछले साल से कमजोर रहा. नेट लॉस 12 अरब रुपये रहा. एडजस्टेड रेवेन्यू 53.1 अरब रुपये रहा, जो ब्रोकरेज की उम्मीद से 4.1% अधिक है.
एडजस्टेड EBITDA लॉस 8.1 अरब रुपये रहा, और EBITDA मार्जिन -15.3% रहा. जून 2025 तक कैश बैलेंस 53.5 अरब रुपये रहा.
फूड डिलीवरी (Food Delivery)
Q1FY26 में फूड डिलीवरी का GOV (कुल ऑर्डर वैल्यू) 80.9 अरब रुपये रहा, जो पिछली तिमाही से 10.1% और पिछले साल से 18.8% ज्यादा है.
एडजस्टेड कमाई (रेवेन्यू) 20.8 अरब रुपये रही (11.4% QoQ / 20.3% YoY).
कॉंट्रिब्यूशन मार्जिन (GOV के फीसदी में) 7.3% रहा, जो पिछली तिमाही से 0.5% कम है.
एडजस्टेड EBITDA 1.9 अरब रुपये रहा, मार्जिन 2.4% रहा (0.51% की गिरावट).
मंथली ट्रांजैक्टिव यूजर्स (MTU) बढ़कर 1.63 करोड़ हो गए (7.9% QoQ / 16.2% YoY बढ़त).
क्विक-कॉमर्स (Quick Commerce)
क्विक-कॉमर्स का GOV 56.6 अरब रुपये रहा, जो पिछली तिमाही से 21.1% और पिछले साल से 107.6% बढ़ा.
एडजस्टेड कमाई 8.6 अरब रुपये रही (17.2% QoQ / 112.9% YoY).
कॉंट्रिब्यूशन मार्जिन -4.6% रहा, जो Q4FY25 में -5.6% था, यानी थोड़ा सुधार हुआ.
एडजस्टेड EBITDA मार्जिन -15.8% रहा, जबकि पिछली तिमाही में -18% था.
MTU बढ़कर 1.11 करोड़ हो गया (13.3% QoQ / 111.8% YoY की बड़ी बढ़त).
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express