सुजलॉन एनर्जी (Suzlon Energy) के पूर्ण मालिकाना हक वाली सहायक कंपनी सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज लिमिटेड का कंपनी में विलय होने वाला है। इसे लेकर पिछले साल मई में मंजूर की गई स्कीम ऑफ अरेंजमेंट पर सुजलॉन एनर्जी को BSE और NSE से ‘नो एडवर्स ऑब्जर्वेशंस’ लेटर मिला है। इसका मतलब है कि स्टॉक एक्सचेंजेस को इस विलय के कोई प्रतिकूल असर नहीं दिखते हैं। इसे एक तरह से एक्सचेंजों की ओर से विलय को दिया गया ग्रीन सिग्नल कहा जा सकता है।
स्कीम ऑफ अरेंजमेंट को कंपनी के शेयरहोल्डर्स और क्रेडिटर्स ने अगस्त 2024 में मंजूरी दी थी। वहीं बोर्ड ने मई 2024 में मंजूरी दी थी। विलय को अभी नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) से मंजूरी मिलनी बाकी है। सुजलॉन एनर्जी कह चुकी है कि विलय के बाद सुजलॉन ग्लोबल सर्विसेज के शेयरहोल्डिंग पैटर्न में कोई बदलाव नहीं होगा, न ही सुजलॉन एनर्जी की ओर से शेयरों का कोई इश्यूएंस होगा।
BSE और NSE ने अपने लेटर में यह मेंशन किया है कि सुजलॉन एनर्जी यह सुनिश्चित करेगी कि प्रपोज्ड स्कीम ऑफ अरेंजमेंट सेबी के नियमों का पालन करने वाली होगी। कंपनी वसूली कार्यवाही, प्रोसीक्यूशन आदि से जुड़ी डिटेल्स का खुलासा करेगी। साथ ही प्रपोज्ड स्कीम को SEBI के पास जमा करने के बाद इसमें शामिल एंटिटीज, ड्राफ्ट में कोई भी बदलाव नहीं करेंगी। संबंधित अधिकारियों की ओर से अनिवार्य किए गए बदलाव किए जा सकते हैं।
Suzlon Energy शेयर बढ़त में बंद
Suzlon Energy Ltd का शेयर 4 जुलाई को BSE पर 0.48 प्रतिशत बढ़त के साथ 65.53 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 89700 करोड़ रुपये से ज्यादा है। शेयर 2 साल में 257 प्रतिशत और एक साल में 21 प्रतिशत मजबूत हुआ है। कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 13.25 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
ब्रोकरेज को शेयर से क्या उम्मीद
जून की शुरुआत में ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल ने सुजलॉन के शेयर के लिए ‘बाय’ रेटिंग के साथ 83 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया था। ब्रोकरेज कंपनी के मार्च तिमाही के नतीजों से खुश है। कंपनी का EBITDA ब्रोकरेज की उम्मीदों से 38% ज्यादा रहा। ICICI सिक्योरिटीज ने भी ‘बाय’ रेटिंग के साथ 76 रुपये का टारगेट प्राइस रखा है। ब्रोकरेज फर्म JM फाइनेंशियल ने शेयर को BUY रेटिंग देते हुए इसका टारगेट प्राइस 81 रुपये प्रति शेयर तय किया है।
सुजलॉन एनर्जी को जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में ₹1,182 करोड़ का नेट प्रॉफिट हुआ था। यह एक साल पहले के मुनाफे ₹254 करोड़ से 365 प्रतिशत ज्यादा है। तिमाही के दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 73.2% बढ़कर ₹3,773.5 करोड़ रुपये रहा। EBITDA एक साल पहले के 340.4 करोड़ रुपये से बढ़कर मार्च 2025 तिमाही में 677 करोड़ रुपये हो गया। EBITDA मार्जिन 15.6 प्रतिशत से बढ़कर 17.9 प्रतिशत रहा।
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Source: MoneyControl