पिछले 3 महीनों में HPCL के शेयरों में 21% की बढ़ोतरी हो चुकी है, लेकिन Citi का मानना है कि इसके बावजूद शेयरों में और तेजी आने की संभावना बनी हुई है. कंपनी ने कारोबारी साल 2026 की पहली तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया है, जिसमें EBITDA अच्छी रहा और प्रति शेयर मुनाफा (EPS) ₹22 दर्ज किया गया, जो पूरे साल के अनुमान का लगभग 40% है.
क्यों दौड़ेगा शेयर?
Citi का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें कम होने और पेट्रोल-डीजल की कीमतों के स्थिर रहने से HPCL को फायदा होगा. इसके साथ ही, फ्यूल की कीमतों में जल्द कटौती की संभावना कम है, जिससे HPCL को लाभ होगा.
इसके अलावा, सरकार की ओर से एलपीजी घाटे की भरपाई के लिए कोई मैकेनिज्म बन सकता है, जो ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के लिए राहत की बात है. HPCL 5% का डिविडेंड यील्ड भी देती है, जिससे निवेशकों को नियमित कमाई भी होती है.
कैसे रहे नतीजे?
कारोबारी साल 2025 की चौथी तिमाही में HPCL का नेट प्रॉफिट 11% बढ़कर ₹3,355 करोड़ हुआ, जबकि EBITDA ₹5,803 करोड़ रहा, जो पिछले तिमाही से थोड़ा कम है. कुल मिलाकर कंपनी के कारोबारी आंकड़े मजबूत हैं.
शेयर बाजार में HPCL को लेकर 35 एनालिस्ट्स में से 25 ने खरीदारी की सलाह दी है, जबकि तीन ने Hold और सात ने Sell की सलाह दी है. पिछले सेशन्स में HPCL के शेयर 1.18% बढ़कर बंद हुए और पिछले एक महीने में लगभग 11% की तेजी देखी गई है.
एनालिस्ट्स का मानना है कि HPCL के शेयरों में अभी और तेजी आ सकती है, खासकर तब जब कच्चे तेल की कीमतें कम हैं और कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन में सुधार हो रहा है. इसलिए निवेशकों के लिए यह समय HPCL में निवेश करने का अच्छा मौका हो सकता है.
Source: CNBC