Stock News: सालभर में शेयर -30% टूटा, अब बाजार बंद होने के बाद कंपनी ने NCLT पहुंचने की जानकारी

शेयर बाजार बंद होने के बाद 7 जुलाई 2025 को शाम 6 बजे कंपनी नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), मुंबई बेंच में याचिका दाखिल की है. कंपनी ने पश्चिम बंगाल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड (WBSEDCL) को कॉर्पोरेट इंसॉल्वेंसी रेजॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) से पहले के बकाये की वसूली से रोकने की मांग की है, जिसमें बैंक गारंटी के जरिए रिकवरी भी शामिल है.

7 पॉइंट में खबर को समझते है….
ये कंपनी Jyoti Structures है. एक महीने में शेयर -7 फीसदी गिरा है. वहीं, एक साल में 33 फीसदी गिरा है. 7 जुलाई 2025 को कंपनी का शेयर 3 फीसदी गिरकर 17.97 रुपये के भाव पर बंद हुआ.

पहला: कंपनी ने याचिका दायर की-Jyoti Structures ने NCLT मुंबई बेंच में आधिकारिक तौर पर अप्लिकेशन फाइल की है ताकि वेस्ट बंगाल की पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी WBSEDCL को बकाया वसूलने से रोका जा सके.
दूसरा: बकाया CIRP से पहले का है
यह बकाया उस समय का है जब कंपनी कॉर्पोरेट इंसॉल्वेंसी रेजॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) से गुजर रही थी, यानी दिवालिया प्रक्रिया शुरू होने से पहले का.
तीसरा: IBC के तहत बकाया खत्म

कंपनी का कहना है कि इन बकायों को पहले ही सुलझाया जा चुका है और यह IBC (Insolvency and Bankruptcy Code, 2016) के तहत समाप्त माना गया है.
चौथा: बैंक गारंटी के जरिए वसूली का डर:
Jyoti Structures को आशंका है कि WBSEDCL अब बैंक गारंटी के जरिए उस बकाया की रिकवरी करने की कोशिश कर सकती है, जिसे कानूनन बंद माना गया है.
पांचवां: NCLT से स्टे की मांग
कंपनी ने NCLT से अपील की है कि WBSEDCL को किसी भी तरह की वसूली (खासतौर पर बैंक गारंटी के जरिए) से रोका जाए.
छठा: कंपनी की कानूनी रणनीति
यह कदम Jyoti Structures की उस रणनीति का हिस्सा है जिसमें वह CIRP के बाद अपने पुराने कानूनी और वित्तीय दायित्वों से निपट रही है.
सूचना स्टॉक एक्सचेंज को दी गई
कंपनी ने यह जानकारी BSE और NSE दोनों को भेजी है, ताकि निवेशकों को इस कानूनी प्रक्रिया की जानकारी रहे. इसके लिए उन्होंने आधिकारिक लेटर 7 जुलाई, 2025 को जारी किया.
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Source: CNBC