Pharma Intermediates-API के बीच के फेज़ यानी इंटरमीडिएट्स का निर्माण भी किया जाता है, जो कई कंपनियों को फाइनल API बनाने के लिए सप्लाई किया जाता है.कंपनी Contract Research and Manufacturing Services (CRAMS) भी देती है, यानी दूसरे ब्रांड्स के लिए APIs और फार्मा मॉलिक्यूल बनाती है.कंपनी के मैन्युफैक्चरिंग प्लांट तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में स्थित हैं.
इनमें से कई यूनिट्स को USFDA, EDQM (यूरोप), WHO-GMP, और KFDA (कोरिया) जैसे ग्लोबल रेगुलेटरी संस्थानों से मंजूरी मिली हुई है.कंपनी अपने APIs और इंटरमीडिएट्स को भारत, यूरोप, अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया, और लैटिन अमेरिका जैसे कई देशों को निर्यात करती है.
ये कंपनी SMS Pharmaceuticals है. कंपनी की ओर से प्रमोटर्स के गिरवी शेयर रखने की जानकारी आई है.
SMS Pharmaceuticals Ltd के प्रमोटर हिमा बिंदु पोतलुरी ने कंपनी के 30 लाख इक्विटी शेयरों (करीब 3.54% हिस्सेदारी) पर Non-Disposal Undertaking (NDU) क्रिएट किया है.
ये जानकारी कंपनी ने SEBI के नियम 31 के तहत BSE और NSE को संशोधित खुलासा भेजते हुए दी है.
हिमा बिंदु पोतलुरी ने SMS Pharmaceuticals Ltd के 30,00,000 शेयरों को गिरवी नहीं, बल्कि न बेचने का वचन (NDU) दिया है — यानी ये शेयर किसी भी हालत में ट्रांसफर या सेल नहीं होंगे.
पहले 27 मार्च 2025 की रिपोर्ट में शेयरों की संख्या 30,00,0000 (एक ज़ीरो ज्यादा) बताई गई थी. अब 27 जून को संशोधित फॉर्म में इसे 30 लाख बताया गया है.
ये NDU दिया गया है Potluri Laboratories Pvt Ltd द्वारा जारी Non-Convertible Debentures (NCDs) के लिए सिक्योरिटी के तौर पर.
इन डिबेंचर्स को Avendus PE Investment Advisors ने सब्सक्राइब किया है.Potluri Labs प्रमोटर ग्रुप की कंपनी है और SMS Pharma की प्रमोटर हिमा बिंदु पोतलुरी ने यह NDU उनके लिए बनाया है.
Potluri Labs इन फंड्स का उपयोग लॉन्ग टर्म स्ट्रैटजिक प्लान्स, वर्किंग कैपिटल और जनरल कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए कर रही है.
हिमा बिंदु पहले से ही SMS Pharma के 1.06 करोड़ शेयर (12.55% हिस्सेदारी) Vistra ITCL (India) के पक्ष में प्लेज कर चुकी हैं. यह गिरवी VKT Pharma के डिबेंचर सिक्योरिटी के तौर पर है.अब SMS Pharmaceuticals में हिमा बिंदु पोतलुरी की कुल हिस्सेदारी में से 16.09% शेयर गिरवी या NDU के तहत हैं.
SMS Pharma में प्रमोटर ग्रुप की कुल हिस्सेदारी 64.67% है.यह खुलासा SEBI (SAST) Regulation 31 के तहत किया गया है, जो गिरवी रखे गए या अंडरटेकिंग शेयरों की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है.
NDU का मतलब यह नहीं कि शेयर बेच दिए गए हैं — लेकिन यह दिखाता है कि प्रमोटर ग्रुप अपनी होल्डिंग को फाइनेंसिंग सिक्योरिटी के लिए उपयोग कर रहा है. निवेशकों को इस पर नजर रखनी चाहिए, खासकर डिबेंचर्स की रीपेमेंट की क्षमता पर.
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Source: CNBC