अब डीआईआई यानी घरेलू संस्थागत निवेशक के निवेश की बात करते हैं तो एक्सचेंज के डेटा बता रहे हैं कि मार्च 2024 में हिस्सेदारी 4.08 फीसदी थी. इसके बाद जून 2024 में ये बढ़कर 5.68 फीसदी, सितंबर 2024 में ये 5.77 फीसदी, दिसंबर तक बढ़कर 5.87 फीसदी और मार्च 2025 में 6 फीसदी के पार यानी 6.16 फीसदी हो गई.
इसके अलावा अब एफआईआई यानी विदेशी निवेशको का निवेश बढ़ रहा है. एक्सचेंज के डेटा बता रहे हैं कि मार्च 2024 में हिस्सेदारी 5.14 फीसदी थी. इसके बाद जून 2024 में ये बढ़कर 5.88 फीसदी, सितंबर 2024 में ये 8.04 फीसदी, दिसंबर तक बढ़कर 9.33 फीसदी और मार्च 2025 में 9 फीसदी के पार यानी 9.79 फीसदी हो गई.
ये कंपनी LT Foods है. चावल ब्रांड ‘दावत’ बनाने वाली कंपनी LT Foods की जानकारी हम आपको दे रहे है.
शेयर में दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान 3% की तेजी देखी गई. इससे पहले बुधवार को भी शेयर 4% उछला था. इस तेजी के पीछे भारी वॉल्यूम और मजबूत सेंटीमेंट प्रमुख वजह रहे.
8 दिन में 26% की रैली, और 3 महीने में 76% की छलांग!
8 ट्रेडिंग दिनों में शेयर 26% चढ़ा है, खासकर ईरान-इजराइल सीज़फायर की खबर के बाद.अप्रैल 2025 में जो शेयर ₹290 था, वह अब ₹509 तक पहुंच गया है — यानी 76% की तेजी आई है.
कंपनी ने एक्सचेंज पर बताया कि…LT Foods ने FY26 के लिए नया अनुमान जारी किया है. कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू: ₹10,000 करोड़ है. EBITDA मार्जिन: करीब 13% है. ROE: करीब 20% है. Capex (पूंजी खर्च): ₹340 करोड़ — US में वेयरहाउस और रेडी-टू-हीट यूनिट्स के लिए है.
US मार्केट मजबूत बना हुआ है, जहां टैरिफ का कोई बड़ा असर नहीं है. अगर टैरिफ आता भी है, तो उसे कच्चे माल की कम कीमतों से बैलेंस किया जा सकता है.
India में 30% से ज्यादा मार्केट शेयर
US में ‘Royal’ ब्रांड के साथ 50% से ज्यादा मार्केट शेयर
Daawat ब्रांड भारत और इंटरनेशनल मार्केट में प्रमुख
Europe में Rotterdam में प्रोसेसिंग यूनिट, US में पैकेजिंग और RTH यूनिट
समती राइस की कहानी और LT Foods की भूमिका
बासमती चावल एक Geographical Indication (GI) प्रोडक्ट है.भारत और पाकिस्तान में ही उगता है.महंगा और उच्च गुणवत्ता वाला चावल माना जाता है.देश की कुल खपत में बासमती का हिस्सा सिर्फ 2%-3% है.लेकिन जैसे-जैसे लोगों की आय बढ़ रही है, वैसे-वैसे ब्रांडेड बासमती की मांग भी बढ़ रही है.
Motilal Oswal का मानना है कि LT Foods को बासमती और स्पेशलिटी राइस सेगमेंट में बढ़ती डिमांड, मार्जिन में सुधार और हेल्थ-कॉन्सियस प्रोडक्ट्स की वजह से मजबूत ग्रोथ देखने को मिल सकती है.
कुल मिलाकर -LT Foods सिर्फ एक चावल कंपनी नहीं, बल्कि अब ग्लोबल ब्रांड बन चुकी है.
मुकुल अग्रवाल जैसे दिग्गज निवेशक की हिस्सेदारी, कंपनी की ग्रोथ रणनीति और बासमती चावल की बढ़ती डिमांड — सभी इस शेयर को मजबूत निवेश विकल्प बना रहे हैं.
(डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी/ CNBC आवाज पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं, वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें.)
Source: CNBC