Stock Market Minutes: टैरिफ ने बिगाड़ा मूड- अब इस बात को पता कर ही लौटेंगे एफआईआई

शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट हावी हुई है और निफ्टी गिरावट के साथ 24650 के स्तर पर बंद हुआ है. निफ्टी में आज 73 अंक की गिरावट रही है. वहीं सेंसेक्स 300 अंक से ज्यादा गिरकर बंद हुआ है. बैंकिंग इंडेक्स में आज करीब आधा फीसदी की गिरावट देखने को मिली और इंडेक्स 55400 के स्तर से नीचे बंद हुआ. एक्सपर्ट्स की माने तो बाजार और निवेशकों को टैरिफ के झटकों की आदत डाल लेनी चाहिए ये आगे भी जारी रह सकते हैं. वहीं विदेशी निवेशकों की वापसी कंपनियों की आय पटरी पर लौटने के बाद दिखेगी. एफआईआई की बिकवाली इसी वजह से है क्योंकि उन्हें अपने बाजारों में भारतीय बाजारों से बेहतर रिटर्न मिल रहे हैं. एक बार ये संकेत बदलते हैं जहां भारतीय बाजारों से रिटर्न ऊंचे मिलने लगेंगे तो विदेशी निवेशक की भारत लौटने लगेंगे.

क्या हैं बाजार के संकेत
सीएनबीसी आवाज के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल के मुताबिक बाजार का बड़ा ट्रेंड अब खराब हो चुका है. हालांकि आज निफ्टी ने अपने पिछले सत्र के निचले स्तर को बचाया है और आज बाजार का दायरा और छोटा हुआ है. लेकिन ये बहुत मुश्किल बाजार है और यहां ओवरनाइट रिस्क लेने का कोई मतलब नहीं है. इस बाजार में चुनिंदा शेयरों में ही अपनी पोजीशन रखें. इंडेक्स से कुछ समय दूरी बनाए रखनी चाहिए.

उनके मुताबिक एफआईआई बाजार से बाहर निकल रहे हैं और उसकी वजह साफ है कि उन्हें यहां से बेहतर ऑप्शन अपने बाजार में मिल रहे हैं. एक बार भारतीय बाजारों से रिटर्न शुरू होंगे तो एफआईआई भी वापस आएंगे और ये रिटर्न कंपनियों के नतीजों से तय होंगे.

क्या है ट्रेडर्स के लिए राय
सत्र के दौरान बाजार के रुख को देखते हुए मार्केट एक्सपर्ट आशीष बहेती के मुताबिक निफ्टी और बैंक निफ्टी दोनों में दबाव बना हुआ है. उनके मुताबिक जब तक तस्वीर साफ नही होती ये दबाव बना रहेगा. नतीजों का सीजन करीब करीब खत्म हो रहा है और लगभग सभी बड़ी कंपनियों के नतीजे आ गए हैं. ऐसे में बाजार के लिए ऐसा कोई बड़ा ट्रिगर दिख नहीं रहा है जहां बाजार में बढ़त की संभावना हो. वहीं मार्केट में शॉर्ट काफी बने हुए हैं. उनके मुताबिक अगर संकेत नकारात्मक रहे तो जल्द ही निफ्टी में 24450 का स्तर भी देखने को मिल सकता है. उनके मुताबिक बैंक निफ्टी के संकेत और खराब हैं. सोमवार को निफ्टी मे रिकवरी थी लेकिन बैंक निफ्टी में ऐसी कोई रिकवरी नहीं रही. यहां गिरावट पर 55100 का स्तर भी देखने को मिल सकता है.
क्या है एक्सपर्ट्स की सलाह
Marcellus Investment Managers के फाउंडर एंड CIO सौरभ मुखर्जी आगे को लेकर कुछ पॉजिटिव हैं उन  के मुताबिक अमेरिका के साथ भारत की डील होगी क्योंकि भारत के साथ ट्रेड करने में अमेरिका के हित हैं और अमेरिका को इसकी जरूरत भी है. ऐसे में निवेशकों को कुछ धैर्य रखना होगा. उनके मुताबिक आगे की इन उम्मीदों की वजह से ही वो फार्मा कंपनियों पर अपना भरोसा बढ़ा रहे हैं.
वहीं कंप्लीट सर्किल के मैनेजिंग पार्टनर और सीआईओ गुरमीत चड्ढा के मुताबिक बीते कुछ दिनों में जो तिमाही नतीजे आए हैं वो बेहतर ही रहे हैं ऐसे में मंगलवार को शेयर में आई गिरावट की वजह ट्रंप का एलान ही माना जा सकता है. उन्होने साफ कहा कि बाजार को अब टैरिफ की आदत डाल लेनी चाहिए क्योंकि ट्रंप टैरिफ को समझौतों के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं और आगे भी टैरिफ का दबाव देखने को मिल सकता है. ऐसे में घरेलू खपत पर फोकस इंडस्ट्री में मौके मिल सकते हैं.  वहीं ऊंचे वैल्यूएशन वाली कंपनियों से बचें.
(डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी/ CNBC आवाज पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म  के अपने निजी विचार हैं, वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें.)

Source: CNBC