इस साल अब तक FIIs ने 2.11 लाख करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं, जबकि DIIs ने 5.07 लाख करोड़ रुपये के शेयर खरीदे हैं.
निफ्टी में तीन दिन की गिरावट के बाद उछाल
निफ्टी इंडेक्स तीन दिन की गिरावट के बाद 198 अंक बढ़कर 24,625 पर बंद हुआ. भारत की पहली तिमाही (FY26) में रियल जीडीपी 7.8% की दर से बढ़ी, जो पिछले साल की तुलना में 6.5% से अधिक और पांच तिमाहियों में सबसे तेज ग्रोथ है. इस पॉजिटिव आंकड़े ने बाजार का मूड बेहतर किया.
निफ्टी मिडकैप100 और स्मॉलकैप100 क्रमशः 2% और 1.6% बढ़े. ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स सेक्टर 2% से अधिक उछले, क्योंकि जीएसटी सुधारों की उम्मीद है. आईटी सेक्टर 1.6% बढ़ा, क्योंकि अमेरिकी महंगाई के आंकड़ों ने सितंबर में फेडरल रिजर्व की ब्याज दर कटौती की उम्मीद को मजबूत किया.
एक्सपर्ट ने क्या कहा?
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, “जीएसटी सुधार और आगामी त्योहारी मांग से कंज्यूमर सेक्टर को रफ्तार मिलेगी. हम वैल्यू रिटेलर्स पर पॉजिटिव हैं. टियर 2 और टियर 3 शहरों में संगठित रिटेल और वन-स्टॉप फैमिली स्टोर्स की लोकप्रियता बढ़ रही है. होटल स्टॉक्स भी FY26 की दूसरी छमाही में मजबूत मांग के साथ चर्चा में रहेंगे. MICE, शादियों, सांस्कृतिक आयोजनों और कॉरपोरेट ट्रैवल की डिमांड बढ़ रही है. हालांकि, मजबूत घरेलू आर्थिक स्थिति के बावजूद, अमेरिकी टैरिफ और FII की लगातार बिकवाली से बाजार सीमित दायरे में रह सकता है.”
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Source: CNBC