क्या होगा इस साझेदारी का फायदा
इस सहयोग का उद्देश्य एमक्योर की मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम और हेल्थकेयर प्रोफेश्नल्स के बीच पहुंच का फायदा उठाना है, ताकि type 2 diabetes से जूझ रहे अधिक रोगियों तक इस दवा को पहुंचाया जा सके. गौरतलब है कि इस समझौते के तहत सनोफी के किसी भी कर्मचारी को एमक्योर में भेजा नहीं जाएगा.
इस साझेदारी पर टिप्पणी करते हुए, सनोफी में फार्मा साउथईस्ट एशिया और इंडिया के जनरल मैनेजर एरिक मैंशन ने भारत में मधुमेह के बढ़ते असर पर चिंता जताई. उन्होंने कहा भारत में 10 करोड़ से अधिक लोग टाइप 2 डायबिटीज़ से पीड़ित हैं, और इनमें से 60 फीसदी से ज़्यादा लोगों का blood sugar नियंत्रण में नहीं है. Emcure की पहुंच के जरिए हम अपनी अग्रणी OAD दवाओं की पूरी क्षमता को मरीजों और डॉक्टरों तक पहुंचाना चाहते हैं.
एमक्योर फार्मा के CEO और MD सतीश मेहता ने कहा, “यह सहयोग हमारी इस प्रतिबद्धता को और मज़बूती देता है कि हम मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराएं. यह हमारी मौजूदा डायबिटीज़ दवाओं की श्रृंखला को और व्यापक बनाता है और देशभर में बेहतर मधुमेह देखभाल के लिए हमारे प्रयास को मजबूत करता है.
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Source: CNBC