फाउंडर और फंड मैनेजर, Piper Serica अभय अग्रवाल के मुताबिक फिलहाल बाजार पर एक से साथ कई चिंताएं हावी हो रही हैं. फिलहाल सबसे ताजा चिंता टैरिफ को लेकर है. डील और दरों को लेकर आशंकाएं बनी हुई हैं. वहीं इससे पहले कमजोर तिमाही नतीजों से डिमांड को लेकर आशंकाएं और विदेशी निवेशकों की बिकवाली बाजार पर हावी हैं.
MARKET THIS WEEK: लगातार 5वें हफ्ते गिरावट, 2 साल की सबसे लंबी Losing Streak-इस हफ्ते भी शेयर बाजार ने निराश किया. लगातार 5वें हफ्ते बाजार गिरा, जो कि बीते 2 साल की सबसे लंबी गिरावट वाली स्ट्रीक बन गई है. सेंसेक्स और निफ्टी दोनों करीब 1% फिसले. मिडकैप और बैंकिंग शेयरों में और भी ज्यादा चोट लगी.
गिरावट की 5 बड़ी वजहें
ट्रंप का 25% टैरिफ झटका
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने नया ऑर्डर जारी किया है – “Reciprocal Tariff, Adjusted”. इसके तहत भारत से एक्सपोर्ट होने वाले कई प्रोडक्ट्स पर अब 25% टैरिफ लगेगा. इससे भारत के कई सेक्टर्स के मुनाफे पर असर पड़ सकता है.
FII की जबरदस्त बिकवाली
विदेशी निवेशकों ने गुरुवार को ₹5,588 करोड़ के शेयर बेच डाले. लगातार बिकवाली से बाजार में प्रेशर बना हुआ है.
दुनिया भर के बाजार लाल निशान में
चीन, जापान, कोरिया जैसे एशियाई बाजारों में कमजोरी दिखी. अमेरिका में भी गिरावट रही, जिससे ग्लोबल सेंटीमेंट बिगड़ा.
VIX बढ़ा यानी डर बढ़ा
India VIX 2% चढ़कर 11.77 पर पहुंच गया है. जब VIX बढ़ता है तो इसका मतलब होता है कि बाजार में डर और अनिश्चितता बढ़ रही है.
फार्मा सेक्टर को डबल झटका
निफ्टी फार्मा इंडेक्स 3% टूटा. ट्रंप ने दुनिया की 17 बड़ी दवा कंपनियों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अमेरिका में दवाओं की कीमतें घटाओ, और दूसरे देशों के बराबर करो. इससे सन फार्मा, सिप्ला, ल्यूपिन जैसे स्टॉक्स धड़ाम हो गए.
आगे क्या होगा- Geojit के आनंद जेम्स के मुताबिक निफ्टी 24,960 का लेवल तोड़ने में फिर नाकाम रहा. अगर ये 24,675 के ऊपर टिकता है तो फिर से चढ़ सकता है, लेकिन अगर 24,600 से नीचे गया तो 24,450 तक गिर सकता है. वहीं अगर किसी तरह से 25,000 पार करता है तो 25,330 तक जाने की उम्मीद है.
ये गिरावट घबराने की वजह नहीं, बल्कि अवसर बन सकती है अगर आप लंबी अवधि के निवेशक हैं.फार्मा, मेटल, ऑटो, IT जैसे सेक्टर के शेयरों में छंटनी हो रही है, ऐसे में क्वालिटी स्टॉक्स को ट्रैक करें. ट्रंप की नीति और FII फ्लो पर नजर बनाए रखें. बाजार की चाल अब ग्लोबल घटनाओं से तेजी से जुड़ी हुई है.
Source: CNBC