निवेशकों के लिए क्यों अहम है ये खबर-निक्केई 225 में तेजी: बैंक Julius Baer का अनुमान है कि 12 महीने में इंडेक्स 46,000 तक जा सकता है.पॉलिसी स्टेबिलिटी की उम्मीद का असर दिखा है. नए नेता से लंबी अवधि में स्थिर और प्रोग्रोथ नीतियों की उम्मीद है.
ग्लोबल सेंटिमेंट भी मदद कर रहे है. वॉल स्ट्रीट में टेक शेयरों की मजबूती और Nvidia, Broadcom जैसी दिग्गज कंपनियों के रिबाउंड से एशियाई बाजारों में तेजी है. जापानी और एशियाई बाजार की मजबूती भारतीय बाजार में भी पॉजिटिव सेंटीमेंट ला सकती है, खासकर टेक और मेटल्स जैसे ग्लोबल-लिंक्ड सेक्टर में.
जापान की नीतियां कई सेक्टरों के लिए अहम हैं. इस बार निक्केई 225 की रैली और जापान में फिस्कल स्टिम्युलस की उम्मीद से भारत की कुछ कंपनियों पर असर दिख सकता है:
1. आईटी और टेक सेक्टर-जापान IT सेवाओं और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर लगातार निवेश बढ़ा रहा है.भारतीय IT दिग्गज जैसे Infosys, TCS, Wipro, HCL Tech की जापान में मौजूदगी है.अगर जापानी कंपनियां टेक खर्च बढ़ाती हैं तो इन भारतीय IT कंपनियों के लिए नया ऑर्डर फ्लो आ सकता है.
2. ऑटोमोबाइल और ऑटो कॉम्पोनेंट्स-जापानी ऑटो दिग्गज (Toyota, Honda, Suzuki) भारत में पार्टनरशिप या JV के ज़रिए काम करती हैं.Maruti Suzuki, Motherson Sumi (Samvardhana Motherson), Bharat Forge जैसी कंपनियां सीधे तौर पर जापानी बाजार और सप्लाई चेन से जुड़ी हैं.जापान में राहत पैकेज आने पर ऑटो सेक्टर की डिमांड बढ़ सकती है, जिसका फायदा इन कंपनियों को अप्रत्यक्ष रूप से मिलेगा.
3. मेटल और माइनिंग-जापान बड़ी मात्रा में स्टील और मेटल्स का इंपोर्ट करता है.अगर वहां स्टिम्युलस से इंफ्रास्ट्रक्चर और मैन्युफैक्चरिंग पर खर्च बढ़ता है तो भारतीय मेटल कंपनियों जैसे Tata Steel, JSW Steel, SAIL, Hindalco को निर्यात का फायदा मिल सकता है.
4. केमिकल और फार्मा-जापान हेल्थकेयर और स्पेशियलिटी केमिकल्स का बड़ा आयातक है.भारतीय कंपनियां जैसे Sun Pharma, Lupin, Aurobindo, Divi’s Labs और केमिकल कंपनियां जैसे Aarti Industries, SRF जापानी डिमांड से लाभान्वित हो सकती हैं.
5. कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और इलेक्ट्रॉनिक्स-जापान की कंपनियां भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स और कंज्यूमर अप्लायंसेज से जुड़ी हैं.Havells, Voltas, Dixon Technologies जैसी भारतीय कंपनियां जापानी टेक ट्रेंड्स से अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी रहती हैं.
जापान में स्टिम्युलस और टेक रैली से भारत के लिए सबसे बड़े विजेता होंगे-Infosys, TCS, Maruti Suzuki, Samvardhana Motherson, Tata Steel, JSW Steel, Hindalco और Sun Pharma.
Source: CNBC