जैसे कि MSCI India Index, MSCI Emerging Markets Index आदि,ये इंडेक्स दुनियाभर के FII (Foreign Institutional Investors) और ETF (Exchange Traded Funds) के लिए एक बेंचमार्क होते हैं.
अब क्या होने वाला है- (नुवामा की रिपोर्ट बताती हैं कि कई बदलाव हो सकते है. कई शेयरों की एंट्री हो सकती है.) इसकी लिस्ट नीचे दी गई है.
कंपनी | संभावित खरीदारी |
Vishal Mega Mart | $287 मिलियन |
Swiggy | $285 मिलियन |
Hitachi Energy | $240 मिलियन |
Waaree Energies | $217 मिलियन |
इन शेयरों में MSCI में शामिल होने के बाद बड़ी मात्रा में विदेशी निवेश (Passive Flows) आ सकता है।
कंपनी | संभावित बिकवाली |
IKS | $12 मिलियन |
First Cry | $7 मिलियन |
Belrise | $5 मिलियन |
Transrail | $5 मिलियन |
निवेशकों के लिए क्या मायने हैं-जिन कंपनियों की MSCI में एंट्री होगी, उनमें शॉर्ट टर्म में खरीदारी का दबाव बन सकता है.वहीं जिन कंपनियों की निकासी हो रही है, उनमें FII सेलिंग का असर दिख सकता है.MSCI इंडेक्स में शामिल होने से फॉरेन पैसिव फंड्स उन स्टॉक्स को खरीदने के लिए बाध्य होते हैं, जिससे शेयरों में वॉल्यूम और कीमत, दोनों पर असर पड़ता है
जरूरी तारीखें:
घोषणा की तारीख: 8 अगस्त 2025
एडजस्टमेंट लागू होंगे: 26 अगस्त 2025
MSCI इंडेक्स में बदलाव क्यों होता है?
MSCI हर तिमाही अपनी इंडेक्स लिस्ट की समीक्षा करता है और फिर तय करता है:-कौन-से नए शेयर शामिल किए जाएं (Inclusion).कौन-से शेयर निकाले जाएं (Exclusion).
ये फैसला कंपनी के मार्केट कैपिटलाइजेशन,लिक्विडिटी,फ्री-फ्लोट,और अन्य क्वालिटी पैरामीटर्स** को देखकर किया जाता है.
इंडेक्स में शामिल होने से शेयर पर क्या असर होता है? अगर शेयर MSCI में शामिल होता है:-बड़े पैसिव फंड्स (जैसे ETF) उस शेयर को खरीदते हैं.इससे शेयर में तेज़ी और वॉल्यूम बढ़ता है.शॉर्ट टर्म में डिमांड बढ़ने से शेयर प्राइस चढ़ता है.
Ex: Vishal Mega Mart, Swiggy जैसी कंपनियां अगर शामिल होती हैं तो उनमें $200–300 मिलियन तक का पैसा आ सकता है.
अगर शेयर MSCI से निकाला जाता है-जो फंड्स उस इंडेक्स को फॉलो कर रहे हैं, उन्हें वो शेयर बेचना पड़ता है.इससे शेयर में सेलिंग प्रेशर आता है.कुछ समय के लिए शेयर की कीमत गिर सकती है
Sona Comstar, Thermax जैसे स्टॉक्स में MSCI से निकाले जाने पर FII की बिकवाली हो सकती है
जिन शेयरों की एंट्री हो रही है, उन पर नज़र रखनी चाहिए. (लेकिन तेज़ी में एंट्री सोच-समझकर लें). जिन शेयरों की निकासी हो रही है, उनमें घबराएं नहीं, बल्कि गिरावट पर अगर फंडामेंटल अच्छे हैं तो लॉन्ग टर्म एंट्री का मौका हो सकता है.
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Source: CNBC