जानकारी के मुताबिक, बैंक का नेट प्रॉफिट इस तिमाही में 3.8% गिरकर 5,806 करोड़ रुपये रहा, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह 6,034 करोड़ रुपये था. नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में भी कमी आई है, जो कई एनालिस्ट्स की चिंता का मुख्य कारण बना.
ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने Axis Bank के शेयर की रेटिंग “Buy” से बदल कर “Hold” कर दी है और टारगेट प्राइस ₹1,400 से घटाकर ₹1,180 कर दिया है.
प्राइज टारगेट में गिरावट
JPMorgan ने भी शेयर को “ओवरवेट” से “न्यूट्रल” कर उसके टारगेट प्राइस को ₹1,315 से घटाकर ₹1,265 कर दिया. इन फर्मों ने बैंक के आगामी कारोबारी साल के लिए कमाई (EPS) के अनुमान भी घटाए हैं.
वहीं, कुछ ब्रोकरेज जैसे बर्नस्टीन और CLSA ने शेयर पर “आउटपरफॉर्म” की रेटिंग बनाए रखी है. बर्नस्टीन ने बैंक के कमजोर नतीजों के बावजूद इसे अभी भी निवेश के लिए आकर्षक माना है, जबकि CLSA ने टारगेट प्राइस में थोड़ी कटौती की है. Investec ने भी “Buy” रेटिंग दी है और माना है कि बैंक के शेयर का वैल्यूएशन अभी किफायती है.
शुक्रवार को शेयर ने 6% की गिरावट के साथ ₹1,090 पर कारोबार शुरू किया, जो पिछले 52 सप्ताह के निचले स्तर ₹933.5 से काफी ऊपर है. कुल मिलाकर, बैंक के पहले तिमाही के नतीजों ने निवेशकों में मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है, लेकिन ब्रोकरेज फर्मों की सावधान राय के चलते बाजार में दबाव बना हुआ है.
एनालिस्ट्स का कहना है कि नेट इंटरेस्ट मार्जिन में गिरावट और एनपीए (नॉन परफॉर्मिंग एसेट्स) में संभावित इजाफा बैंक के लिए चिंता के विषय हैं, जो शेयर की कीमतों पर असर डाल रहे हैं. हालांकि, बैंक की ऑपरेशनल कमाई और कुछ सब्सिडियरी कंपनियों का प्रदर्शन अभी भी मजबूत बना हुआ है. निवेशक जल्द ही आने वाली तिमाही के नतीजों और बैंक के भविष्य की रणनीतियों पर नजर बनाए हुए हैं.
Source: CNBC