हालांकि CNBC-TV18 के अनुसार एक पत्र में रानी कपूर ने दावा किया है कि वह अपने दिवंगत पति सुरिंदर कपूर की संपत्ति की एकमात्र उत्तराधिकारी हैं और Sona Group, जिसमें Sona Comstar भी शामिल है, की मुख्य शेयरधारक हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि शोक की स्थिति में उन्हें दबाव डालकर कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करवाए गए, बिना पूरी जानकारी दिए और बिना उन्हें पढ़ने का समय दिए. साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ लोग परिवार की विरासत और कंपनी पर नियंत्रण हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं.
क्या है मामला
प्रिया कपूर को Sona Comstar के बोर्ड में बतौर एडिशनल नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर नियुक्त किया गया. यह नियुक्ति जून 2025 में उनके पति और कंपनी के चेयरमैन रहे संजय कपूर के निधन के बाद हुई. इससे पहले प्रिया कपूर कंपनी के बोर्ड का हिस्सा नहीं थीं लेकिन अब उन्हें प्रमोटर ग्रुप से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे कंपनी की आंतरिक संरचना और गवर्नेंस को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. प्रिया की बोर्ड में एंट्री विवादित भी बनती जा रही है.
संजय की मां रानी कपूर ने प्रिया की नियुक्ति पर सवाल उठाते हुए एक चिट्ठी जारी की है. इस चिट्ठी ने कपूर फैमिली के भीतर चल रहे मतभेदों को सार्वजनिक कर दिया है. रानी कपूर की आपत्तियों ने इस बात पर बहस छेड़ दी है कि प्रिया कपूर के पास ऑटोमोटिव या मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का कोई अनुभव नहीं है, फिर भी उन्हें बोर्ड में क्यों शामिल किया गया.
Sona Comstar ने कहा है कि प्रिया की नियुक्ति कंपनी एक्ट और SEBI की LODR गाइडलाइंस के तहत हुई है और वो बोर्ड में कोई सैलरी नहीं लेंगी. कंपनी के मुताबिक सब कुछ नियमों के अनुसार हुआ है.
Source: CNBC