Smartworks Coworking Spaces IPO Listing: ऑफिस स्पेस मुहैया कराने वाली स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेज के शेयरों की आज घरेलू मार्केट में धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 13 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹407 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE पर इसकी ₹436.10 और NSE पर ₹435.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को करीब 7% का लिस्टिंग गेन (Smartworks Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर BSE पर यह ₹457.00 (Smartworks Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया यानी कि आईपीओ निवेशक अब 12.28% मुनाफे में हैं। एंप्लॉयीज अधिक फायदे में हैं क्योंकि उन्हें हर शेयर ₹37 के डिस्काउंट पर मिला है।
Smartworks Coworking Spaces IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
स्मार्टवर्क्स कोवर्किंग स्पेसेज का ₹582.56 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 10-14 जुलाई तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 13.92 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 24.92 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 23.68 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 3.69 गुना और एंप्लॉयीज 2.51 गुना भरा था।
इस आईपीओ के तहत ₹445.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 33,79,740 शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹114.00 करोड़ कर्ज चुकाने, ₹225.84 करोड़ नए सेंटर्स के सिक्योरिटी डिपॉजिट्स और नए सेंटर्स में फिट-आउट के कैपिटल एक्सपेंडिचर और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Smartworks Coworking Spaces के बारे में
वर्ष 2015 में बनी स्मार्टवर्क्स कंपनियों को उनकी जरूरतों के हिसाब से वर्कस्पेस मुहैया कराती है। मार्च 2025 तक के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने 1,52,619 सीटों के साथ 738 क्लाइंट्स को सर्विसेज दी है। अभी 1,69,541 सीट्स के साथ इसके 728 क्लाइंट्स हैं जिसमें से 12,044 सीट्स अभी अकुपाई होनी बाकी है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹101.05 करोड़ का शुद्ध घाटा हुआ था जोकि अगले वित्त वर्ष 2024 में घटकर ₹49.96 पर आ गया। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष में इसका घाटा फिर बढ़ा और यह ₹63.18 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू लगातार बढ़ा। और सालाना 37% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹1,409.67 करोड़ पर पहुंच गया। कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में यह ₹515.39 करोड़ से गिरकर वित्त वर्ष 2024 में ₹427.35 करोड़ और फिर वित्त वर्ष 2023 में ₹397.77 करोड़ पर आ गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।
Source: MoneyControl