Shalby Multi-Specialty Hospitals ने 26 जुलाई, 2025 को दुनिया का पहला पूरी तरह से स्वायत्त रोबोटिक ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी सफलतापूर्वक करके एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया। आर्थ्रोप्लास्टी टीम ने दुनिया की एकमात्र सॉ-आधारित रोबोटिक आर्म वाली क्रांतिकारी तकनीक का इस्तेमाल किया, जिसमें 7-एक्सिस मूवमेंट है, जो सर्जिकल सटीकता को बढ़ाता है और कम चीर-फाड़ वाली प्रक्रियाओं को सक्षम बनाता है।
यह प्रगति ज्वाइंट रिप्लेसमेंट में एक महत्वपूर्ण बदलाव का प्रतीक है, जो बेहतर नतीजे, कम रिकवरी समय और ज्यादा रोगी आराम का वादा करता है। डॉ. विक्रम शाह द्वारा स्थापित, Shalby Hospitals उन्नत ऑर्थोपेडिक तकनीकों का बीड़ा उठाना जारी रखता है, जो अभिनव ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में अपनी नेतृत्व स्थिति को मजबूत करता है।
Shalby Limited के बारे में:
Shalby Limited (Shalby Hospitals) भारत में एक अग्रणी मल्टी-स्पेशियलिटी हॉस्पिटल चेन है, जिसकी स्थापना डॉ. विक्रम शाह ने की थी, जिनके पास हेल्थकेयर में 30 से ज्यादा सालों का अनुभव है। यह भारत में 11 मल्टीस्पेशियलिटी टर्शियरी हॉस्पिटल और 5 ऑर्थोपेडिक सेंटर चलाता है, जिनमें 2,200 से ज्यादा बेड हैं। Shalby ने 1,50,000 से ज्यादा ज्वाइंट रिप्लेसमेंट प्रक्रियाएं की हैं और यह भारत में ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी का सबसे बड़ा सेंटर है, जिसकी संगठित मार्केट में 15 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कंपनी के पास 4,600 से ज्यादा कुशल डॉक्टरों, सर्जनों और सपोर्ट स्टाफ की टीम है।
रणनीतिक प्रगति:
पूरी तरह से स्वायत्त रोबोटिक सिस्टम की शुरुआत से दुनिया भर के लाखों मरीजों को फायदा होने की उम्मीद है, जो सुरक्षित, तेज और ज्यादा सटीक सर्जरी प्रदान करता है जो उच्चतम मेडिकल मानकों को पूरा करती है। यह तकनीक ऑर्थोपेडिक केयर में Shalby की नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
सुरक्षित बंदरगाह विवरण:
इस विज्ञप्ति में रणनीतिक पहलों और भविष्य के बिजनेस डेवलपमेंट के बारे में दूरंदेशी बयान शामिल हैं। ये बयान जोखिमों, अनिश्चितताओं और अन्य कारकों के अधीन हैं, जो वास्तविक नतीजों को उम्मीदों से काफी अलग कर सकते हैं, जिनमें मार्केट ट्रेंड, आर्थिक स्थितियां और तकनीकी विकास शामिल हैं। Shalby Limited भविष्य की घटनाओं या परिस्थितियों को दर्शाने के लिए इन बयानों को संशोधित करने के लिए कोई दायित्व नहीं लेता है।
Source: MoneyControl