सेबी की रिपोर्ट के अनुसार, कारोबारी साल 2025 में व्यक्तिगत निवेशकों का घाटा 41% बढ़कर 1.06 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल 74,812 करोड़ रुपये था. प्रति व्यक्ति औसत नुकसान भी 86,728 रुपये से बढ़कर 1.1 लाख रुपये हो गया.
4 साल में डूबे 2.86 लाख करोड़ रुपये – पिछले चार सालों में F&O ट्रेडिंग में निवेशकों को कुल 2.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है, जिसमें 2022 में 40,824 करोड़, 2023 में 65,747 करोड़, 2024 में 74,812 करोड़ और 2025 में 1,05,603 करोड़ रुपये शामिल हैं.
ट्रेडिंग में कमी, लेकिन जोखिम बरकरार
कारोबारी साल 2025 में F&O सेगमेंट में ट्रेडिंग करने वाले व्यक्तिगत निवेशकों की संख्या पिछले साल की तुलना में 20% कम हुई, लेकिन दो साल पहले की तुलना में यह 24% ज्यादा है. प्रीमियम टर्नओवर में 11% की कमी आई. हालांकि दो साल पहले की तुलना में यह 36% बढ़ा है.
इंडेक्स ऑप्शंस F&O ट्रेडिंग का एक बड़ा हिस्सा है. इसका प्रीमियम टर्नओवर 9% और नोशनल टर्नओवर 29% कम हुआ. लेकिन दो साल पहले की तुलना में यह क्रमशः 14% और 42% ज्यादा है.
91% निवेशकों को नुकसान
सेबी ने बताया कि 91% निवेशकों को कारोबारी साल 2025 में इक्विटी डेरिवेटिव्स में घाटा हुआ. इससे साफ पता चलता है कि F&O बाजार में जोखिम अभी भी बहुत ज्यादा हैं. सेबी ने कहा कि वह निवेशकों की सुरक्षा और बाजार की स्थिरता के लिए इंडेक्स ऑप्शंस के टर्नओवर पर नजर रखेगी.
सेबी F&O सेगमेंट में रिटेल निवशकों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठा रही है. यह सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन वित्तीय जागरूकता और रिस्क कंट्रोल की कमी के कारण निवेशकों को भारी नुकसान हो रहा है. सेबी ने कहा कि वह नियमों को और सख्त कर सकती है ताकि निवेशकों को जोखिम से बचाया जा सके.
Source: CNBC