SBI Share: सब्सिडियरी से बैंक को मिलेंगे करोड़ों रुपये- 15 से ज्यादा सब्सिडियरी लाएंगी IPO

मनीकंट्रोल की खबर के मुताबिक- भारत सरकार पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSB) की सब्सिडियरी कंपनियों को शेयर बाजार में लिस्ट करवाने की तैयारी कर रही है. इसका मकसद है — वैल्यू अनलॉक करना और सरकारी कमाई बढ़ाना. लेकिन जानकारों का मानना है कि असली फायदा बस कुछ चुनिंदा कंपनियों में ही छुपा है — और उसमें भी SBI सबसे आगे है.

15 से ज्यादा सब्सिडियरी की IPO तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने 15 से ज्यादा बैंकों और उनकी सब्सिडियरी कंपनियों को IPO या स्ट्रैटेजिक स्टेक सेल की तैयारी करने को कहा है. लेकिन जानकारों का कहना है कि हर सब्सिडियरी IPO के लायक नहीं होती. कुछ का स्केल छोटा है, कुछ की पार्टनरशिप जटिल है, और कुछ मार्केट की जरूरतों के मुताबिक नहीं हैं.

कंपनी का नाम वैल्यू (करोड़ में)
SBI Mutual Fund 96,700
Canara HSBC Life Insurance 7,500
PNB MetLife India Insurance 7,200
Baroda BNP Paribas AMC 2,100
Canara Robeco AMC 1,500
SBI General Insurance 645

SBI का दबदबा क्यों
SBI की सब्सिडियरी कंपनियां जैसे SBI Mutual Fund, SBI Life Insurance, SBI General Insurance पहले से ही मुनाफे में और मार्केट में मजबूत हैं. SBI Mutual Fund के पास ₹11 लाख करोड़ से ज्यादा AUM (एसेट अंडर मैनेजमेंट) है. SBI General ने पिछले साल ₹509 करोड़ का मुनाफा कमाया था. SBI Payments में भी अच्छी पकड़ है, हालांकि Hitachi के साथ हिस्सेदारी को लेकर कुछ पेंच है.

दूसरे बैंकों की हालत
कुछ सेकेंड टियर कंपनियां जैसे Canara Robeco AMC, Baroda BNP Paribas, और IndiaFirst Life IPO की रेस में शामिल हो सकती हैं, लेकिन उन्हें अभी अधिक स्केल चाहिए. कुछ कंपनियों की हिस्सेदारी भी कम है, जैसे PNB MetLife में PNB की हिस्सेदारी सिर्फ 30% है, जिससे उन्हें कम फायदा मिलेगा.
मार्केट और निवेशक क्या सोचते हैं?
इन दिनों फाइनेंशियल सर्विसेज खासकर इंश्योरेंस और एसेट मैनेजमेंट में निवेशक की दिलचस्पी बढ़ी है.SIP इनफ्लो बढ़ रहा है, और खुदरा निवेशकों की भागीदारी मजबूत हो रही है.पर एक चेतावनी भी है LIC IPO की तरह अगर वैल्यूएशन बहुत ऊंचा रखा गया या जल्दबाज़ी में लिस्टिंग की गई, तो बाजार माफ नहीं करेगा.”
अगर सरकार सही कंपनियों का सही समय पर IPO लाती है, तो इससे PSU बैंकों की वैल्यू में जबरदस्त उछाल आ सकता है.सरकार को अच्छी कमाई होगी.निवेशकों को भी भरोसेमंद विकल्प मिलेंगे.SBI जैसी कंपनियां पहले ही ये साबित कर चुकी हैं कि अच्छी सब्सिडियरी का स्टेक बेचना, खुद बैंक की बैलेंस शीट को मजबूत करता है और बाजार में साख बढ़ाता है.
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Source: CNBC