RIL Share: सब्सिडियरी ने हेल्दी ड्रिंक सेगमेंट में रखा कदम- इस कंपनी के साथ बनाया ज्वाइंट वेंचर

रिलायंस इंडस्ट्रीज की एफएमसीजी सब्सिडियरी ने पेय पदार्थों (Beverage) के कारोबार में एंट्री कर ली है. कंपनी ने इसके लिए Naturedge Beverages के साथ एक ज्वॉइंट वेंचर (JV) किया है. इस JV में रिलायंस की एफएमसीजी सब्सिडियरी की बड़ी हिस्सेदारी होगी. रिलायंस कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (RCPL) ने सोमवार को हेल्दी फंक्शनल बेवरेज कैटेगरी में अपनी एंट्री की घोषणा की है. कंपनी ने इसके लिए Naturedge Beverages के साथ एक जॉइंट वेंचर में बहुमत हिस्सेदारी (majority stake) हासिल की है.

कंपनी का कहना है कि हेल्दी बेवरेज सेगमेंट में बढ़ती मांग को देखते हुए यह कदम उठाया गया है. इस साझेदारी के जरिए रिलायंस एफएमसीजी अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करते हुए ग्राहकों को नई कैटेगरी में प्रोडक्ट उपलब्ध कराएगी.
टोटल बेवरेज कंपनी बनाने का विजन पूरा

कंपनी ने कहा कि यह कदम RCPL की टोटल बेवरेज कंपनी बनाने की विजन को मज़बूती देता है, क्योंकि यह उसके बढ़ते पोर्टफोलियो में हेल्थ-फोकस्ड, हर्बल-नेचुरल ऑफरिंग्स को शामिल करता है.

Naturedge Beverages के बार में
2018 में बैद्यनाथ ग्रुप के सिद्धेश शर्मा द्वारा स्थापित Naturedge Beverages अपने प्रमुख ब्रांड Shunya के लिए जानी जाती है, जो एक ज़ीरो-कैलोरी, ज़ीरो-शुगर फंक्शनल ड्रिंक है. इसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों जैसे अश्वगंधा, ब्राह्मी, खस, कोकम और ग्रीन टी का मिश्रण है. RCPL ने कहा कि यह JV उसके विशाल डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क के ज़रिए Shunya को पूरे भारत में विस्तार देने में मदद करेगा.
क्या होगा फायदा
RCPL के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर केतन मोदी ने कहा कि यह साझेदारी कंपनी के बेवरेज पोर्टफोलियो को मज़बूत बनाती है और कंज्यूमर्स को हेल्थ-ड्रिवन विकल्प प्रदान करती है. वहीं शर्मा ने जोड़ा कि यह सहयोग Shunya को एक पैन-इंडिया ब्रांड के रूप में स्थापित करने में मदद करेगा, जो हर्बल-नेचुरल फंक्शनल बेवरेज के प्रति बढ़ती उपभोक्ता पसंद के अनुरूप है.
Naturedge का यह जुड़ाव RCPL के पहले के अधिग्रहण Campa, Raskik और लॉन्च Campa Energy को पूरा करता है, क्योंकि कंपनी भारत के बेवरेज अनुभव को बदलने की दिशा में काम कर रही है. सोमवार को रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर NSE पर 0.66 फीसदी चढ़कर 1382.90 रुपये पर बंद हुए.

(डिस्क्लेमर: नेटवर्क18 और टीवी18 कंपनियां चैनल/वेबसाइट का संचालन करती हैं, जिनका नियंत्रण इंडिपेंडेट मीडिया ट्रस्ट करता है, जिसमें रिलायंस इंडस्ट्रीज एकमात्र लाभार्थी है.)

Source: CNBC