Nuvama on RIL Stock : ब्रोकरेज हाउस नुवामा ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Indusrties) के शेयर पर खरीदारी की सलाह दी है और अपना टारगेट प्राइस बढ़ाकर 1,801 रुपये कर दिया है. टारगेट प्राइस में यह बढ़ोतरी मॉड्यूल से उम्मीद से अधिक मुनाफे की संभावना को ध्यान में रखकर की गई है. नुवामा का कहना है कि मार्केट एनालिसिस दिखाता है कि RIL ने बाहर (अन्य कंपनियों को) मॉड्यूल बेचना शुरू कर दिया है. उम्मीद है कि इससे उनके मुनाफे (PAT) में 6% का इजाफा होगा (जैसे टाटा पावर को हुआ था) और इसे एक बड़ा वैल्युएशन लाभ मिलेगा (जैसे वेयर और प्रीमियर को मिला है). ब्रोकरेज ने कुछ प्रमुख बातों को हाईलाइट किया है.
i) RIL के HJT मॉड्यूल (जो सरकार द्वारा स्वीकृत ALMM सूची में हैं) TOPCon मॉड्यूल की तुलना में 5% से ज्यादा प्रीमियम पर बिक रहे हैं और इनकी दक्षता 23.1% है.
ii) इसकी 10GW मॉड्यूल/सेल उत्पादन क्षमता से FY25 के मुनाफे (PAT) में 38 अरब रुपये (6%) का योगदान होगा. वेफर, पॉलीसिलिकॉन आदि में आगे एकीकरण से इसमें और भी बढ़ोतरी की संभावना है.
iii) वेयर (13GW क्षमता) और प्रीमियर (4GW क्षमता) का एंटरप्राइज वैल्यू (EV) करीब 10 अरब डॉलर और 6 अरब डॉलर है. RIL की HJT सुविधाओं से 20 अरब डॉलर का EV मिल सकता है, जिससे 2017 में रिलायंस जियो (RJIO) के लॉन्च जैसी वैल्यूएशन री-रेटिंग हो सकती है.
iv) अनुमान है कि FY30 तक, पूरा न्यू एनर्जी बिजनेस कंपनी के कुल मुनाफे में 50% से अधिक का योगदान देगा.
प्राइस परफॉर्मेंस
नुवामा का कहना है कि गहन जांच बताती है कि RIL HJT मॉड्यूल पेश कर रहा है और इसे ALMM में शामिल किया गया है. हाल ही में आयोजित एक एनालिसिस मीटिंग में, RIL ने 1GW क्षमता के HJT मॉड्यूल निर्माण संयंत्र की शुरुआत की घोषणा की, जिसे चरणों में बढ़ाकर 10GW की पूरी तरह से एकीकृत क्षमता तक किया जा सकता है, जिसका लक्ष्य CY26 की शुरुआत है.
इंडस्ट्री विशेषज्ञों के साथ चैनल जांच से पता चला है कि RIL ने अपने पावर जेनरेशन व्यवसाय के शुरू होने से पहले अपने HJT मॉड्यूल को घरेलू बाजार में बेचने का प्रस्ताव दिया है. इसे MNRE की “अप्रूवल लिस्ट ऑफ मॉडल्स एंड मैन्युफैक्चरर्स ” (ALMM) में इसके सोलर मॉड्यूल को शामिल करने से भी समर्थन मिलता है.
यह भी संकेत मिलता है कि HJT मॉड्यूल की शुरुआती कीमतें TOPCon मॉड्यूल के मुकाबले 5% या उससे अधिक के प्रीमियम पर रखी गई हैं. इस प्रीमियम मूल्य पर, हम अनुमान लगाते हैं कि 10GW की क्षमता के साथ RIL FY25 के संयुक्त लाभ का 6% यानी 38 अरब रुपये जोड़ सकता है.
वैल्युएशन में रीरेटिंग का पोटेंशियल
वारी (13.3/5.4 GW) और प्रीमियर (4/3.2 GW) की सोलर मॉड्यूल, सेल उत्पादन क्षमता की तुलना करें, जिनकी एंटरप्राइज वैल्यू (EV) करीब 10/6 अरब डॉलर है. RIL की 20 GW की पूरी तरह से एकीकृत सौर उपकरण बनाने वाली सुविधा की EV इससे कहीं अधिक हो सकती है.
फिलहाल, वारी और प्रीमियर अपने FY27E EV/EBITDA के 14 गुना और 15 गुना पर ट्रेड कर रहे हैं. अगर हम RIL के मॉड्यूल बिजनेस (जिसकी क्षमता 20 GW है) को 15 गुना EV/EBITDA देते हैं, तो इसकी EV 20 अरब डॉलर तक पहुंच सकती है. इससे RIL के वैल्युएशन में बड़ी बढ़ोतरी हो सकती है, ठीक वैसे ही जैसे 2017 में रिलायंस जियो (RJIO) के लॉन्च के बाद हुआ था.
RIL का न्यू एनर्जी कारोबार न सिर्फ कंपनी के मुनाफे (PAT) में 50% से ज्यादा का इजाफा करेगा, बल्कि 2035 तक अपने नेट-जीरो कार्बन लक्ष्य को देखते हुए, यह O2C कारोबार सहित पूरे वैल्युएशन को भी बेहतर करेगा.
न्यू एनर्जी के बड़े प्लान, AGM पर रखें नजर
अगस्त 2024 में हुई अपनी पिछली एनुअल जनरल मीटिंग (AGM) में, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने बताया था कि उनके न्यू एनर्जी बिजनेस में जबरदस्त बढ़ोतरी होगी. उन्होंने उम्मीद जताई थी कि अगले 5 से 7 सालों में इस सेक्टर का मुनाफा उनके O2C बिजनेस के बराबर हो जाएगा. इस समय O2C (ऑयल-टू-केमिकल्स) RIL के मुनाफे का सबसे बड़ा हिस्सा है, जिससे कुल मुनाफे का आधे से अधिक हिस्सा आता है.
सोलर एनर्जी से जुड़ी सुविधाओं के अलावा, RIL की 30 GWh की बैटरी बनाने वाली फैसिलिटी लगाने की भी योजना है. ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रोलाइजर बनाने का काम भी सही रास्ते पर है, कंपनी ने इसके लिए Nel ASA के साथ टेक्नोलॉजी का करार किया है. कंपनी का लक्ष्य 55 कंप्रेस्ड बायो-गैस (CBG) प्लांट लगाना भी है. नुवामा का कहना है कि अगस्त या सितंबर में होने वाली AGM पर खास नजर रखें.
(Disclaimer: स्टॉक पर सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार भी नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express