कंपनी का EBITDA 8.7% बढ़कर 520 करोड़ रुपये हो गया. EBITDA मार्जिन पिछले साल के 15.2% से बढ़कर 19.8% हो गया. हालांकि, आय में 16.4% की कमी आई और यह 2,620 करोड़ रुपये रही. यह कमी EPC (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, और कंस्ट्रक्शन) क्षेत्र में ऑर्डर गतिविधियों की मंदी के कारण हुई.
कई बड़े प्रोजेक्ट्स पूरे?
कंपनी ने इस तिमाही में कई महत्वपूर्ण सड़क प्रोजेक्ट्स पूरी कीं. इनमें आंध्र प्रदेश में 925 करोड़ रुपये की बैंगलोर-चेन्नई एक्सप्रेसवे का हिस्सा और छत्तीसगढ़ में 680 करोड़ रुपये की रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर का हिस्सा शामिल है.
कितना है कंपनी का ऑर्डर बुक?
30 जून 2025 तक Dilip Buildcon की ऑर्डर बुक 13,695 करोड़ रुपये थी. इसमें सड़क और हाईवे का हिस्सा 17.8% और माइनिंग का सबसे बड़ा हिस्सा 28.9% था. बाकी हिस्सा सिंचाई, सुरंग, जल आपूर्ति, ऑप्टिकल फाइबर, शहरी विकास, पुल, और मेट्रो प्रोजेक्ट्स से आया.
नतीजों पर मैनेजमेंट ने क्या कहा?
कंपनी के मैनेजमेंट और CEO देवेंद्र जैन ने कहा, “EPC क्षेत्र में चुनौतियां बनी हुई हैं, लेकिन कोयला खनन और हाइब्रिड एन्युटी मॉडल (HAM) के तहत सड़क प्रोजेक्ट्स ने इस कमी को संतुलित किया. हमें आने वाली तिमाहियों में अच्छे ऑर्डर जीतने की उम्मीद है. इसके बाद हमारे तीनों विकास इंजन तेजी से काम करेंगे.”
फंड जुटाने की योजना
कंपनी ने प्राइवेट प्लेसमेंट के जरिए 1,000 करोड़ रुपये तक के नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर (NCDs) और 1,000 करोड़ रुपये के कमर्शियल पेपर जारी करने की मंजूरी दी.
Source: CNBC