अब FY26 के Q1 रिजल्ट के बाद क्या इंफोसिस लिमिटेड के शेयर में निवेश करना चाहिए? ये एक बड़ा सवाल है। अगर हां! तो आने वाले समय में इंफोसिस शेयर कितने रुपए के टारगेट प्राइस को टच कर सकता है? चलिए जानते हैं।
नुवामा ने बढ़ाया टारगेट
इंफोसिस शेयर पर नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपनी खरीदारी की रेटिंग को Q1 रिजल्ट के बाद भी जारी रखने का फैसला लिया है। नुवामा ने पॉजिटिव न्यूज़ यह दिया है कि उन्होंने ने इंफोसिस शेयर के टारगेट प्राइस को बढ़ाकर के 1850 रुपए का ताजा टारगेट सेट किया है। इससे पहले इंफोसिस पर 1700 रुपए का टारगेट प्राइस सेट किया गया था।
बर्नस्टीन ने बोला वैल्यूएशन आकर्षक
बर्नस्टीन ब्रोकरेज ने इंफोसिस शेयर पर 1820 रुपए के टारगेट प्राइस के साथ आउटपरफॉर्म की रेटिंग को बरकरार रखने का फैसला लिया है। बर्नस्टीन ब्रोकरेज इंफोसिस को एक ग्रोथ लीडर और जेनरेटिव आई के क्षेत्र में सबसे अच्छे पोजीशन वाली आईटी कंपनी के तौर पर देख रही है। ब्रोकरेज का कहना है कि इंफोसिस का वैल्यूएशन आकर्षक है।
नोमूरा ब्रोकरेज ने घटाया टारगेट
नोमूरा ने Q1 रिजल्ट बाद इंफोसिस कंपनी के शेयर पर अपनी खरीदारी की रेटिंग को मेंटेन रखें हुए हैं। नोमूरा ब्रोकरेज कहता है कि लार्ज कैप आईटी सेगमेंट में इंफोसिस उनका अभी भी टॉप चुनिंदा शेयर है हालांकि क्वार्टर रिजल्ट के बाद नोमूरा ने इंफोसिस के टारगेट प्राइस में हल्की से कटौती करते हुए 1880 रुपए का फ्रेश टारगेट प्राइस सेट किया है जो पहले 1900 रुपए हुआ करता था।
मोतीलाल ओसवाल
डोमेस्टिक बाजार की ब्रोकरेज मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज ने इंफोसिस शेयर पर न्यूट्रल की रेटिंग को जारी रखने का फैसला लिया है। टारगेट प्राइस के मोर्चे पर मोतीलाल ओसवाल ने कटौती करते हुए इंफोसिस शेयर के लिए 1750 रुपए का फ्रेश टारगेट दिया है। इंफोसिस का पुराना टारगेट प्राइस 1800 रुपए था।
मॉर्गन स्टेनली
वैश्विक ब्रोकरेज मॉर्गन स्टेनली ने Q1 रिजल्ट के बाद अभी भी इंफोसिस कंपनी के शेयरों पर ओवरवेट की रेटिंग को बरकरार रखने का फैसला लिया है। मॉर्गन स्टेनली ब्रोकरेज अभी भी मानता है कि इन्फोसिस 1700 रुपए के टारगेट प्राइस को टच कर लेगा। ब्रोकरेज ने कहा कि इंफोसिस का जून क्वार्टर रिजल्ट बाजार की दूसरी आईटी प्रतिद्वंदी कंपनियों के मुकाबले बैलेंस में है।
Q1 रिजल्ट कैसा था?
इंफोसिस ने Q1 में कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट के तौर पर 6921 करोड़ रुपए रिपोर्ट किया है जो 9% की सालाना ग्रोथ को दिखा रहा है। वहीं इंफोसिस का जून क्वार्टर में रेवेन्यू 8% की सालाना दर से उछल करके 42279 करोड़ रुपए के लेवल पर पहुंच गया है।
(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)
Source: Economic Times