Promoter Selling: इन 10 शेयरों में प्रमोटरों ने बेची सबसे अधिक हिस्सेदारी, अब क्या करें निवेशक?

शेयर बाजार में इस समय एक दिलचस्प ट्रेंड देखने को मिल रहा है। एक तरफ प्रमोटर्स अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं, तो दूसरी ओर रिटेल और संस्थागत निवेशक इन कंपनियों में दिलचस्पी दिखा रहे हैं। सिर्फ पिछले एक महीने में प्रमोटर्स और इनसाइडर्स ने शेयर मार्केट में करीब 95,000 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेच दी है। ब्रोकरेज फर्म कोटक इंडस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। आइए जानते हैं उन टॉप-10 कंपनियों के बारे में, जिनमें पिछले चार सालों में, यानी कोरोना के बाद से प्रमोटरों ने अपनी सबसे ज्यादा हिस्सेदारी बेची है। साथ ही जानेंगे कि इन कंपनियों के स्टॉक ने इन 4 सालों में कैसा रिटर्न दिया है

1. आईआरबी इंफ्रा (IRB Infra)

मार्च 2021 के अंत में कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 58.6% थी। लेकिन उसके बाद के चार सालों में हिस्सेदारी घटकर 30.4% रह गई है। लेकिन इसके बावजूद इन चार सालों में कंपनी के शेयरों ने करीब 4 गुना का रिटर्न दिया है।

2.व्हर्लपूल ऑफ इंडिया (Whirlpool of India)

इसकी अमेरिकी प्रमोटर ने फरवरी 2024 में कंपनी में 24% की बड़ी हिस्सेदारी बेची। इसके चलते कंपनी में इसकी हिस्सेदारी 75% से घटकर 51% रह गई। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, प्रमोटर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाकर लगभग 20% पर लाने की योजना बना रही है। पिछले 4 सालों, यानी मार्च 2021 से मार्च 2025 के बीच इस शेयरों में 56 फीसदी की गिरावट आई है।

3. स्टर्लिंग एंड विल्सन (Sterling & Wilson)

मार्च 2021 में इस कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी 69.4% थी, जो अब घटकर 45.7% हो गई है। इस शेयर ने पिछले 4 सालों, यानी मार्च 2021 से मार्च 2025 के बीच लगभग जीरो पर्सेंट का यानी कोई रिटर्न नहीं दिया है।

4. आवास फाइनेंसियर्स (Aavas Financiers)

इस शेयर में प्रमोटरों की हिस्सेदारी मार्च 2021 में 50.1% थी, जो चार साल बाद मार्च 2025 में घटकर लगभग आधी, 26.5% पर आ गई। इन चार सालों के दौरान कंपनी के शेयरों में 14 फीसदी की गिरावट आई है।

5. कल्पतरू प्रोजेक्ट्स (Kalpataru Projects)

इस शेयर में प्रमोटरों की हिस्सेदारी मार्च 2021 में 56.5 फीसदी थी, जो अगले चार साल यानी मार्च 2025 तक घटकर 158 फीसदी पर आ गई। हालांकि इसके बावजूद कंपनी के शेयरों ने इन चार सालों में करीब 158 फीसदी की तेजी आई है।

6. पीजी इलेक्ट्रोप्लास्ट (PG Electroplast)

इस शेयर में प्रमोटर की हिस्सेदारी घटकर 50 फीसदी के नीचे आ गई। मार्च 2021 के शेयरहोल्डिंग आंकड़ों के मुताबिक, इसमें प्रमोटरों की हिस्सेदारी करीब 69.8 फीसदी थी, तो मार्च 2025 में घटकर 49.4 फीसदी पर आ गई। हालांकि इसके बावजूद कंपनी के शेयरों ने इस दौरान करीब 2,200 पर्सेंट का बंपर रिटर्न दिया है।

7. इंडस टावर्स (Indus Towers)

इस शेयर में प्रमोटरों की हिस्सेदारी मार्च 2021 में करीब 69.9 फीसदी थी, जो मार्च 2025 में घटकर 50 फीसदी पर आ गई। यानी पिछले 4 सालों में प्रमोटरों ने करीब 20 फीसदी हिस्सेदारी घटाई है। कंपनी के शेयर ने इन चार सालों में 36 फीसदी का रिटर्न दिया है।

8. होम फर्स्ट फाइनेंस (Home First Finance)

इस शेयर में प्रमोटरों की हिस्सेदारी मार्च 2021 में घटकर 33.7 फीसदी थी, जो अब घटकर 14.7 फीसदी पर आ गई है। इस शेयर ने पिछले 4 साल में अपने निवेशकों को 126 फीसदी का रिटर्न दिया है।

9. सिंजीन (Syngene)

इस फार्मा कंपनी में प्रमोटरों की हिस्सेदारी मार्च 2021 में 70.6 फीसदी थी, जो अब घटकर 52.7 फीसदी पर आ गई है। यानी प्रमोटरों ने पिछले चार सालों में करीब 18 फीसदी हिस्सेदारी घटाई है। जबकि इसके शेयर ने इस दौरान करीब 33 फीसदी का रिटर्न दिया है।

10. जेडएफ कमर्शियल व्हीकल कंट्रोल सिस्टम्स (ZF Commercial Vehicle Control Systems)

इस कंपनी के प्रमोटर ने पिछले चार सालों के दौरान कई तरीके अपनाकर कंपनी में अपनी हिस्सेदारी घटाई है। मार्च 2021 में इनकी कंपनी में हिस्सेदारी 80.4 फीसदी थी, जो अब घटकर 63.4 फीसदी पर आ गई। इस दौरान कंपनी के शेयर ने करीब 97 फीसदी का रिटर्न दिया है।

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Source: MoneyControl