Paytm Q1 Result: पेटीएम की पैरेंट कंपनी पहली बार मुनाफे में पहुंची, जून तिमाही में हुआ 122.5 करोड़ का प्रॉफिट, नतीजों की 5 बड़ी बातें

Paytm Q1FY26 Result : डिजिटल पेमेंट्स और फिनटेक ब्रांड पेटीएम की मालिक कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस (One97 Communications) ने अपने इतिहास में पहली बार मुनाफा कमाया है. वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही यानी अप्रैल से जून 2025 के बीच कंपनी को 122.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ है. एक साल पहले इसी तिमाही में कंपनी को 840 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. इस शानदार टर्नअराउंड ने निवेशकों और बाजार विश्लेषकों का ध्यान खींचा है. कंपनी के इस एतिहासिक नतीजे (Paytm Results) की 5 बड़ी बातें: 

1. पहली बार घाटे से मुनाफे का सफर

वन97 कम्युनिकेशंस ने जून 2025 तिमाही में 122.5 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है. यह कंपनी के लिए एक ऐतिहासिक पड़ाव है, क्योंकि पहली बार इसे घाटे की बजाय मुनाफा हुआ है. एक साल पहले की तुलना में कंपनी के नतीजों में 963 करोड़ रुपये का सुधार हुआ है. न सिर्फ नेट प्रॉफिट बल्कि कंपनी का EBITDA यानी ब्याज, टैक्स, डिप्रीसिएशन और अमॉर्टाइजेशन से पहले की कमाई भी अब पॉजिटिव हो गई है, जो 72 करोड़ रुपये रही. EBITDA मार्जिन 4% तक पहुंच गया है.

2. ऑपरेशनल रेवेन्यू में ग्रोथ

कंपनी की आय में भी जबरदस्त बढ़ोतरी देखने को मिली है. जून 2025 तिमाही में पेटीएम का कुल ऑपरेशनल रेवेन्यू 1,917.5 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की इसी अवधि में 1,501.6 करोड़ रुपये था. यानी साल दर साल 28% की बढ़ोतरी हुई है. इस ग्रोथ का मुख्य कारण ज्यादा मर्चेंट सब्सक्रिप्शन, फाइनेंशियल सर्विसेज की डिस्ट्रीब्यूशन से बढ़ती कमाई और बढ़ता ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू (GMV) रहा.

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3. कंट्रीब्यूशन प्रॉफिट और मार्जिन में सुधार

कंपनी का कंट्रीब्यूशन प्रॉफिट 1,151 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कि सालाना आधार पर 52% की बढ़ोतरी दिखाता है. कंट्रीब्यूशन मार्जिन में भी 10 परसेंटेज प्वाइंट्स की बढ़त हुई है, जो अब 60% पर पहुंच गया है. यह सुधार बेहतर नेट पेमेंट रेवेन्यू, फाइनेंशियल सर्विसेज की डिस्ट्रीब्यूशन से बढ़ी हिस्सेदारी और डायरेक्ट खर्चों में कटौती की वजह से संभव हो पाया.

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4. फाइनेंशियल सर्विसेज से दोगुनी हुई इनकम

पेटीएम की फाइनेंशियल सर्विसेज डिस्ट्रीब्यूशन से होने वाली आय में 100% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जो अब 561 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. इसका कारण है मर्चेंट लोन पोर्टफोलियो में विस्तार, डिफॉल्ट लॉस गारंटी (DLG) से ट्रेल रेवेन्यू और कलेक्शन प्रदर्शन में सुधार.

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5. मर्चेंट पेमेंट में पेटीएम की लीडरशिप और मजबूत

पेटीएम ने मर्चेंट पेमेंट सेगमेंट में अपनी लीडरशिप को और मजबूत किया है. जून 2025 तक पेटीएम के पास 1.3 करोड़ यानी 13 मिलियन एक्टिव मर्चेंट डिवाइस सब्सक्रिप्शन थे, जो एक साल पहले की तुलना में 21 लाख ज्यादा हैं. कंपनी का नेट पेमेंट रेवेन्यू भी 38% बढ़कर 529 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो हाई-क्वॉलिटी मर्चेंट और बेहतर पेमेंट प्रोसेसिंग मार्जिन का नतीजा है. इसके साथ ही पेटीएम का GMV भी 27% की सालाना ग्रोथ के साथ 5.39 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.

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कुल मिलाकर पेटीएम के लिए यह तिमाही बेहद खास रही. घाटे से मुनाफे की ओर बढ़ना, ऑपरेशनल एफिशिएंसी और फाइनेंशियल सर्विसेज में मजबूती ने कंपनी के भविष्य को लेकर उम्मीदें जगा दी हैं. निवेशकों के लिए यह संकेत है कि पेटीएम अब स्थिर और प्रॉफिटेबल बिजनेस मॉडल की ओर बढ़ रहा है.

 

Source: Financial Express