Ola के सबसे स्टेकहोल्डर ने घटाई हिस्सेदारी, 2.15% बेच दिए शेयर, 7% टूटा स्टॉक

SoftBank reduced stake in Ola Electric: भारतीय इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाने वाली कंपनी ओला इलेक्ट्रिक को लेकर बड़ी अपड़ेट आई है। गुरुवार को जापान की दिग्गज कंपनी सॉफ्टबैंक ग्रुप ने आज इसमें अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है। पिछले कुछ महीनों से सॉफ्टबैंक की ओर से लगातार हिस्सेदारी कम की जा रही है। 15 जुलाई 2025 से लेकर 2 सितंबर तक विदेशी निवेशक ने कुल 9.49 करोड़ शेयरों की बिक्री की, जो 2.15 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है।

लगातार बेच रहा स्टेक

इस ऑफलोड के बाद कंपनी में सॉफ्टबैंक का स्टेक 17.83% से कम होकर 15.68% हो गया है। हालांकि, सॉफ्टबैंक ने इन शेयरों की बिक्री की कीमत का खुलासा नहीं किया। यह सेलऑफ ओला इलेक्ट्रिक के अगस्त 2024 में हुए आईपीओ के बाद सॉफ्टबैंक की पहली हिस्सेदारी बिक्री है। फिर भी, सॉफ्टबैंक ओला इलेक्ट्रिक में फाउंडर और चेयरमैन भाविश अग्रवाल के बाद दूसरा सबसे बड़ा स्टेकहोल्डर बना हुआ है, जिनके पास जून तिमाही तक 30.02% स्टेक था। जापानी कंपनी ने यह हिस्सेदारी अपनी इन्वेस्टमेंट ब्रांच SVF II ओस्ट्रिच (DE) LLC के माध्यम से बेची है।

शेयरों में 7 प्रतिशत की गिरावट

इस ऑफलोड के बाद आज ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 7 प्रतिशत की भारी गिरावट देखने को मिली। यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 64.49 रुपये के लेवल पर बंद हुआ। ओला के शेयरों गिरावट की वजह केवल हिस्सेदारी कम करना नहीं है, बल्कि ट्रेडिशनल टूव्हीलर्स (350CC) पर GST रेट 28 प्रतिशत से कम करके 18 प्रतिशत करना भी है। जीएसटी दरों में कटौती से पेट्रोल व्हीकल्स की डिमांड में बढ़ोतरी की उम्मीद है। हालांकि, ओला इलेक्ट्रिक के शेयर पिछले कुछ सप्ताहों में शानदार प्रदर्शन किया है। 14 जुलाई को इसके शेयर 39.60 रुपये के लेवल पर अपना 52 वीक लो बनाए थे, उसके बाद शेयरों ने 73 फीसदी की रिकवरी की है। रकार के प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम के तहत ओला की Gen 3 S1 स्कूटर रेंज को मंजूरी मिलने से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।

ओला के पास लगभग 30% मार्केट शेयर

बता दें कि साल 2017 में स्थापित ओला इलेक्ट्रिक देश की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक व्हीकल मैन्युफैक्चरर है। इसके पास 2023 में 30 फीसदी मार्केट शेयर था। कंपनी अपने तमिलनाडु के फ्यूचरफैक्ट्री में स्कूटर और बैटरी सेल बनाती है। इसके अलावा, ओला 2025 में इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल लॉन्च करने की योजना बना रही है। हाल ही में कंपनी को PLI स्कीम के तहत मंजूरी मिली है, जिससे उसे 2028 तक बिक्री मूल्य का 13-18% इंसेंटिव मिलेगा।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है। ऊपर दिए गए विचार और सिफारिशें व्यक्तिगत विश्लेषकों या ब्रोकिंग कंपनियों के हैं, न कि मिंट के। हम निवेशकों को सलाह देते हैं कि वे कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले प्रमाणित विशेषज्ञों से जांच करें।

Source: Mint