Morgan Stanley ने 4 फार्मा स्टॉक पर की कवरेज शुरू, लेकिन केवल एक स्टॉक पर है बुलिश, बड़ी-बड़ी कंपनियों के स्टॉक शामिल

नई दिल्ली: सोमवार को भी शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिल रही है. दोनों ही बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी 50 लाल निशान पर ट्रेड कर रहे है. ऐसे में, ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारत की चार सबसे बड़ी फार्मा कंपनियों (मार्केट कैप के आधार पर) के स्टॉक पर कवरेज शुरू की है. लेकिन ब्रोकरेज केवल एक फार्मा पर बुलिश है.

ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि वित्त वर्ष 2025 और 2027 के बीच फार्मा सेक्टर में लाभ वृद्धि मीडियम हो जाएगी. हालांकि, चूंकि कई कंपनियों की वित्तीय स्थिति मजबूत है, इसलिए ब्रोकरेज अभी भी पेप्टाइड्स, बायोसिमिलर और विशेष दवाओं जैसे तेजी से बढ़ते सेक्टर में निवेश करने वाली कंपनियों का समर्थन कर सकती हैं.

इस स्टॉक पर बुलिश

फर्म ने सन फार्मा को ‘ओवरवेट’ रेटिंग दी है, जिसका मतलब है कि उसे उम्मीद है कि यह शेयर इसी सेक्टर की अन्य कंपनियों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन कर सकता है. यह पॉजिटिव राय सन फार्मा की विशेष दवाओं की मज़बूत चैन, भारत में क्रोनिक थेरेपी पर इसके फोकस और इसकी अच्छी वित्तीय स्थिति पर आधारित है. फर्म ने स्टॉक पर प्रति शेयर 1,960 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है. पिछले एक साल में, सन फार्मा के शेयर की कीमत में 6.85% की वृद्धि हुई है.

इन स्टॉक पर की कवरेज शुरू

मॉर्गन स्टेनली ने Lupin को ‘इक्वल-वेट’ रेटिंग दी है, जिसका अर्थ है कि उसे उम्मीद है कि यह स्टॉक मार्केट के औसत के अनुरूप प्रदर्शन करेगा. इसके लिए ब्रोकरेज ने स्टॉक पर 2,096 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है. कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 26 की पहली छमाही में ल्यूपिन अच्छा प्रदर्शन करेगा, लेकिन चेतावनी दी है कि अमेरिकी बाजार में बढ़ता कॉम्पिटिशन इसके प्रदर्शन को प्रभावित कर सकती है. पिछले एक साल में, ल्यूपिन का शेयर केवल 5.6% बढ़ा है.
मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि डॉ.रेड्डीज़ लैबोरेटरीज (डीआरएल) और सिप्ला, दोनों के लिए वित्त वर्ष 26 एक बदलाव का वर्ष होगा, क्योंकि उनकी दवा जीरेवलिमिड से होने वाली आय में गिरावट की आशंका है. ब्रोकरेज ने डीआरएल को 1,298 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ‘इक्वल-वेट’ रेटिंग दी है. हालाँकि, कंपनी का कहना है कि उसकी नई दवा सेमाग्लूटाइड में मजबूत वृद्धि उम्मीद से बेहतर परिणाम ला सकती है. पिछले एक साल में, डीआरएल के शेयर में 7.3% की गिरावट आई है, जो अन्य समान कंपनियों की तुलना में खराब प्रदर्शन है.
मॉर्गन स्टेनली इन सब फार्मा कंपनियों में सिप्ला के बारे में सबसे कम पॉजिटिव है. इसने इस शेयर को ‘अंडरवेट’ रेटिंग दी है. ब्रोकरेज ने स्टॉक का टारगेट प्राइस 1,400 रुपये तय किया है. कंपनी को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 से वित्त वर्ष 2027 तक सिप्ला की प्रति शेयर आय (ईपीएस) में थोड़ी गिरावट आएगी, जिसमें औसतन 2% की वार्षिक गिरावट होगी. पिछले एक साल में, सिप्ला का शेयर लगभग 2% गिरा है.

(ये एक्सपर्ट/ ब्रोकरेज के निजी सुझाव/ विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स हिंदी के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड/ शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)

Source: Economic Times