Defence Stocks : भारत का डिफेंस सेक्टर फोकस में है. बाजार और निवेशक दोनों की नजरें इस सेक्टर पर टिकी हुई हैं. आने वाले दिनों में इसमें मजबूत ग्रोथ की संभावनाओं के चलते निवेशक भी मजबूत कंपनियों के स्टॉक के साथ इसमें भागीदारी तलाश रहे हैं. अगर आप भी निवेश के लिए बेहतर डिफेंस स्टॉक की तलाश में हैं तो एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग की पसंद के 4 शेयरों पर नजर रख सकते हैं, जिनमें आगे मजबूत रिटर्न की उम्मीद है.
ब्रोकरेज हाउस एंटिक स्टॉक ब्रोकिंग भारत के डिफेंस सेक्टर को लेकर बुलिश है. इसका कारण मजबूत ऑर्डर पाइपलाइन, बढ़ती आत्मनिर्भरता, और बढ़ते जियो-पॉलिटिकल जोखिम हैं. भारत का लक्ष्य 2030 तक घरेलू खरीद के माध्यम से डिफेंस कैपिटल आउटले 16 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचना है. इसे देखते हुए, ब्रोकरेज फर्म ने सेक्टर की कुछ चुनिंदा कंपनियों हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड, और पीटीसी इंडस्ट्रीज लिमिटेड पर ‘खरीदारी’ की सलाह दी है.
डिफेंस सेक्टर : पॉजिटिव फैक्टर्स और चुनौतियां
सरकार आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे रही है, जिसे बजट में घरेलू खरीद को प्राथमिकता देकर लागू किया गया है. आत्मनिर्भरता का लक्ष्य सिर्फ लागत बचत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि किसी संघर्ष की स्थिति में देश पूरी तरह से तैयार हो.
निजी उद्यमियों को बाजार में उपलब्ध तकनीक को खरीदने और उसमें निवेश करने की जरूरत है.
चीन-पाकिस्तान-तुर्की गठजोड़ भारत की सुरक्षा के लिए एक अनोखी चुनौती पेश करता है. इस वजह से एंटी-ड्रोन युद्ध और हवाई रक्षा जैसी क्षमताएं (जैसे प्रोजेक्ट कुशा) हासिल करने की जरूरत है.
हल्के लड़ाकू विमान, लड़ाकू हेलीकॉप्टर, और मिसाइल समेत हथियारों और रडार व इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कई घटकों के क्षेत्र में निर्यात को प्राथमिकता दी जा रही है.
घरेलू मैन्युफैक्चरिंग इको सिस्टम विकसित हो रहा है, और इसमें निजी क्षेत्र की भागीदारी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
रक्षा उपकरण निर्माताओं के लिए मूल्य निर्धारण का माहौल स्थिर हो गया है, और अधिकांश निर्माताओं के लिए प्रॉफिटेबिलिटी स्थिर रहने की संभावना है.
HAL
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 6,545 रुपये
ब्रोकरेज का कहना है कि HAL भारत की वायुसेना को आधुनिक बनाने की दिशा में सबसे बड़ा बेनेफिशियरी बनने के लिए तैयार है, खासकर नई पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को शामिल करने के माध्यम से. भारतीय वायुसेना के 32 से 42 स्क्वाड्रन तक विस्तार करने के लक्ष्य के साथ, 300 से अधिक नए विमानों की आवश्यकता है. यह HAL के लिए कई सालों तक अवसर प्रदान करता है, जिसमें तेजस Mk-1A, Mk-II और AMCA जैसे प्लेटफॉर्म शामिल हैं.
GE के इंजन की डिलीवरी में देरी के कारण जो सप्लाई चेन समस्याएं थीं, वे अब कम हो रही हैं. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पहला इंजन डिलीवर हो चुका है और साल के दौरान 12 और डिलीवरी की उम्मीद है. 83 विमानों के तेजस Mk-1A ऑर्डर के कार्यान्वयन में तेजी आने की संभावना है, और आगे 97 और विमानों के ऑर्डर दिए जा सकते हैं.
Bharat Electronics (BEL)
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 422 रुपये
भारत इलेक्ट्रॉनिक्सआधुनिक युद्ध प्रणालियों में बढ़ती इलेक्ट्रॉनिक्स सामग्री से लाभ उठाने के लिए तैयार है. इस वित्त वर्ष में कंपनी को 30,000 करोड़ रुपये का QRSAM ऑर्डर और 27,000 करोड़ रुपये के अन्य ऑर्डर मिलने की उम्मीद है. जिससे कुल ऑर्डर 57,000 करोड़ रुपये से अधिक हो सकते हैं. क्षमता बढ़ाने के लिए कंपनी ने हर साल 700 से 800 करोड़ रुपये का कैपेक्स योजना बनाई है, जिसमें इलेक्ट्रो-ऑप्टिक्स, RF सीकर्स और इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम के लिए नई सुविधाओं का निर्माण शामिल है.
Mazagon Dock Shipbuilders
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 3,858 रुपये
मझगांव डॉक, भारत की एकमात्र पनडुब्बी निर्माता कंपनी है. इसे 3 अतिरिक्त स्कॉर्पीन पनडुब्बियों का ऑर्डर मिलने की संभावना है, जिससे इसका ऑर्डर बुक लगभग दोगुना हो सकता है. इसके अलावा, P75I और P17B ऑर्डर्स से और भी बढ़ोतरी की उम्मीद है. जर्मनी की TKMS के साथ P75I प्रोजेक्ट में टेक्नोलॉजी ट्रांसफर के जरिए साझेदारी से मझगांव डॉक भविष्य में पनडुब्बी उत्पादन के आउटसोर्सिंग से भी लाभ उठा सकता है. एंटीक का मानना है कि अगले वित्तीय वर्ष तक कंपनी का ऑर्डर बुक ₹1.5 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है, जो दीर्घकालिक विकास को सुनिश्चित करेगा.
PTC Industries
रेटिंग : Buy
टारगेट प्राइस : 19,639 रुपये
पीटीसी इंडस्ट्रीज दुनिया की सबसे बड़ी एकीकृत टाइटेनियम और सुपरएलॉय निर्माण सुविधाओं में से एक बना रही है. जब यह लखनऊ स्थित सुविधा पूरी तरह से चालू हो जाएगी, तो यह अगले 5 साल में कंपनी की आय को 10 से 20 गुना तक बढ़ा सकती है, जो वित्त वर्ष 2030 तक 7,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकती है. कास्टिंग सेगमेंट का ईबीआईटीडीए मार्जिन 50% से अधिक रहने की उम्मीद है. ब्रोकरेज के अनुसार, मजबूत फॉरवर्ड इंटीग्रेशन और वैश्विक एयरोस्पेस और रक्षा में इसके अनुप्रयोगों के कारण, PTC को उच्च मार्जिन और दीर्घकालिक संरचनात्मक विकास की कहानी के रूप में देखा जा रहा है.
(Disclaimer: स्टॉक्स में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)
Source: Financial Express