Market today : US-जापान ट्रेड डील ने बाजार में भरा जोश, सेंसेक्स 250 अंक ऊपर, निफ्टी 25200 के पार

Market trend : बुधवार, 23 जुलाई को बेंचमार्क इंडेक्स निफ्टी और सेंसेक्स ने मज़बूती के साथ शुरुआत की। अमेरिका और जापान के बीच व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद ग्लोबल संकेत मजबूत नजर आ रहे है। इससे आगे और समझौतों की उम्मीदें बढ़ीं हैं। जल्दी ही अमेरिका और भारत के बीच भी ट्रेड डील हो सकती है। ऑटो, आईटी और तेल एवं गैस शेयरों में बढ़त देखने को मिल रही है। जबकि ब्रॉडर मार्केट में मामूली बदलाव के साथ शुरुआत हुई। निफ्टी पर टाटा मोटर्स, जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, मारुति सुजुकी, एलएंडटी और कोल इंडिया सबसे ज्यादा तेजी दिखा रहे हैं।

सुबह लगभग 9:30 बजे के आसपास सेंसेक्स 264.92 अंक या 0.32 प्रतिशत बढ़कर 82,451.73 पर और निफ्टी 81.00 अंक या 0.32 प्रतिशत बढ़कर 25,141.90 पर दिख रहा था। लगभग 1507 शेयरों में तेजी देखने को मिल रही थी। 883 शेयरों में गिरावट नजर आ रही थी। वहीं, 123 शेयरों में कोई बदलाव नहीं दिख रहा था।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के वी के विजयकुमार का कहना है कि कल एसएंडपी 500 इंडेक्स द्वारा 2025 में बनाया गया 11वां नया रिकॉर्ड ग्लोबल इक्विटी बाजारों की दिशा और मजबूती का संकेत है। बाजार चिंताओं की सभी दीवारें लांघ रहे हैं और वैल्यूएशन संबंधी चिंताओं को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ रहे हैं। निकट भविष्य में यह मजबूती जारी रहने की संभावना है।

मार्केट एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि पहली तिमाही की अर्निंग ग्रोथ मौजूदा प्रीमियम वैल्यूएशन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाएगी। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा लगातार मुनाफावसूली से नीचे की ओर दबाव बढ़ रहा है। हालांकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की तरफ से लगातार हो रहा निवेश पहली तिमाही के नतीजों और ट्रेड डील्स से जुड़ी उम्मीदों के साथ मिल कर बाजार को सीमित दायरे में बनाए रख सकता है।

एक्सपर्ट्स का कहना है कि जब तक निफ्टी 24,800 से ऊपर टिका रहेगा तब तक गिरावट पर खरीदारी की गुंजाइश बनी रहेगी। मौजूदा मंदी के रुझान को खत्म करने और फिर से तेजी पकड़ने के लिए निफ्टी के 25,250 से ऊपर एक मजबूत क्लोजिंग देनी होगी। रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (RSI) लगातार 50 के न्यूट्रल लेवल से नीचे बना हुआ है, जो सुस्ती का संकेत है। बाजार में इस समय सतर्क रुख बरकरार है। जब तक किसी भी तरफ कोई डायरेक्शनल ब्रेकआउट नहीं होता, तब तक इंडेक्स के कम वोलैटिलिटी वाले सीमित दायरे में ही फंसे रहने की उम्मीद है।

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Source: MoneyControl