Market outlook : बाजार गिरावट के साथ हुआ बंद, जानिए 15 जुलाई को कैसी रह सकती है इसकी चाल

Stock Market : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 14 जुलाई को लगातार चौथे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुआ और निफ्टी 25,100 से नीचे आ गया। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 247.01 अंक या 0.30 फीसदी की गिरावट के साथ 82,253.46 पर और निफ्टी 67.55 अंक या 0.27 फीसदी की गिरावट के साथ 25,082.30 पर बंद हुआ। आज लगभग 1991 शेयरों में तेजी आई, 2020 शेयरों में गिरावट आई और 151 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। निफ्टी पर जियो फाइनेंशियल, बजाज फाइनेंस, टेक महिंद्रा, विप्रो, एशियन पेंट्स टॉप लूजरों में रहे जबकि इटरनल, टाइटन कंपनी, इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस निफ्टी के टॉप गेनरों में रहे।

सेक्टोरल इंडेक्सों पर नजर डालें तो आईटी इंडेक्स में 1 फीसदी की गिरावट आई। जबकि फार्मा, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, मीडिया, रियल्टी, पीएसयू बैंक में 0.5-1 फीसदी की बढ़त हुई। बीएसई मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्सों में 0.5 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई।

प्रोग्रेसिव शेयर्स के निदेशक आदित्य गग्गर का कहना है कि आज भारतीय शेयर बाजारों में निराशा का माहौल बना रहा। निफ्टी ने सप्ताह की शुरुआत सुस्ती के साथ की और अपनी गिरावट को बढ़ाते हुए 25,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को छू लिया। अंतिम कारोबारी घंटे में आई तेज रिकवरी ने सूचकांक को अपनी गिरावट कम करने में मदद की और यह 67.55 अंकों की गिरावट के साथ 25,082.30 पर बंद हुआ। आईटी को छोड़कर,दूसरे सभी सेक्टरों ने बढ़त के साथ कारोबार का अंत किया। आज रियल्टी और मीडिया में सबसे ज्यादा तेजी रही। छोटे-मझोले शेयरों में खरीदारी का रुझान देखने को मिला। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.70 फीसदी और 1.02 फीसदी की बढ़त देखने को मिली और उन्होंने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया।

डेली चार्ट पर,निफ्टी ने एक बियरिश कैंडल बनाई है। लेकिन आरएसआई में एक हिडेन बुलिश डाइवर्जेंस, 50 DMA के सपोर्ट के साथ ट्रेंड में बदलाव का संकेत भी दे रहा है। 24,970-25,000 का जोन एक मजबूत सपोर्ट जोन के रूप में काम करेगा। जबकि ऊपर की ओर निफ्टी के लिए 25,325 पर रेजिस्टेंस दिख रहा है।

एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे का कहना है कि टैरिफ़ पर जारी तनाव के चलते बाज़ार के सेंटीमेंट पर असर पड़ने से निफ्टी में गिरावट जारी है। इसके अलावा बाजार की नजर अब भारत और अमेरिका दोनों के रिटेल महंगाई के आंकड़ों पर है। इससे भी बाजार पर दबाव बन रहा है। तकनीकी रूप से देखें सूचकांक इंट्राडे आधार पर 25,000 की ओर फिसला, जो 50-दिन के औसत के बहुत करीब है। निफ्टी के लिए निचले स्तर पर 24,900-24,950 पर सपोर्ट है। अगर ये सपोर्ट बना रहता है तो 25,350 की ओर तेजी संभव है। हालांकि,24900 से ऊपर टिकने में असफल रहने पर निफ्टी में बड़ा करेक्शन देखने को मिल सकता है।

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Source: MoneyControl