Market Outlook: भारतीय इक्विटी इंडेक्स आज 30 जून को नकारात्मक नोट पर बंद हुए। निफ्टी के 25,500 के आसपास नजर आया। बाजार में आज टाटा कंज्यूमर, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, हीरो मोटोकॉर्प, मारुति सुजुकी निफ्टी पर प्रमुख लूजर्स स्टॉक्स रहे। जबकि ट्रेंट, एसबीआई, इंडसइंड बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स और जियो फाइनेंशियल में बढ़त दर्ज की गई। सेक्टोरल फ्रंट पर, पीएसयू बैंक इंडेक्स में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि रियल्टी, एफएमसीजी, ऑटो, मेटल इंडेक्सेस लाल निशान पर बंद हुए। बीएसई मिडकैप इंडेक्स में 0.6 प्रतिशत और स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.8 प्रतिशत की वृद्धि नजर आई। निफ्टी बैंक 131 प्वाइंट गिरकर 57,313 पर बंद हुआ। सेंसेक्स 452 प्वाइंट गिरकर 83,606 पर बंद हुआ। जबकि निफ्टी 121 प्वाइंट गिरकर 25,517 पर बंद हुआ।
एंजेल वन के समीत चव्हाण की बाजार पर राय
तकनीकी मोर्चे पर उन्होंने कहा कि निफ्टी में तत्काल समर्थन अब 25,500 पर देखा जा रहा है। उसके बाद 25,200 पर सपोर्ट मिल सकता है। ये लेवल हाल ही में कंसोलिडेशन की ऊपरी रेंज थी और अब एक मजबूत सपोर्ट जोन के रूप में कार्य करती है। एंजेल वन के समीत चव्हाण ने कहा कि ऊपर की ओर तेजी वाले बाजार 26,000-26,300 के लैंडमार्क जोन को लक्ष्य बना रहे हैं, वहीं 25,800 के स्तर के पास रेजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।
उन्होंने ट्रेडर्स को सलाह दी जाती है कि वे निरंतर मोमेंटम और रिलेटिवली बेहतर करने वाले सेक्टर पर फोकस करें, क्योंकि आने वाले सत्रों में बाजार का मूड बदलने की संभावना है।
Progressive Sharesके आदित्य गग्गर की राय
आदित्य ने कहा कि आज एक धीमी शुरुआत के बाद, इंडेक्स ने पूरे सत्र में अपनी गिरावट को बढ़ाया। अंततः ये 120.75 अंकों की गिरावट के साथ 25,517.05 पर बंद हुआ। सेक्टोरल प्रदर्शन मिला-जुला रहा। इसमें पीएसयू बैंक और फार्मा शेयरों में सबसे ज्यादा बढ़त रही। जबकि रियल्टी और ऑटो सेक्टर्स में गिरावट रही। ब्रॉर्डर मार्केट ने अपेक्षाकृत मजबूती दिखाई। इसमें मिडकैप और स्मॉलकैप दोनों इंडेक्सेस 0.50% से ज़्यादा बढ़े। इन दोनों इंडेक्से ने फ्रंटलाइन इंडेक्स से बेहतर प्रदर्शन किया।
तकनीकी रूप से, इंडेक्स ने 25,650 अंक के आस-पास बेयरिश गैप जोन के निचले सिरे के पास एक बेयरिश एनगल्फिंग कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। इंडेक्स में अब 25,650 का स्तर तत्काल रेजिस्टेंस के रूप में दिख रहा है। जबकि नीचे की ओर, 25,400 का लेवल एक प्रमुख सपोर्ट स्तर के रूप में काम करेगा।
LKP Securities के जतिन त्रिवेदी का रुपये की चाल पर नजरिया
जतिन त्रिवेदी ने कहा कि कैपिटल मार्केट की कमजोरी और हाल ही में रुपये में आई तेजी के कारण मुनाफावसूली और लॉन्ग अनवाइंडिग की वजह से रुपया 0.21% गिर कर 85.70 के करीब कारोबार कर रहा है। यह दबाव अमेरिका में प्रमुख डेटा रिलीज और 90-दिवसीय विस्तारित टैरिफ डेडलाइन के अंत से एक सप्ताह से पहले आया है। उन्होंने कहा कि रुपये के 85.35 से 86 के बीच अस्थिर रहने की उम्मीद है।
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Source: MoneyControl