वहीं मार्केट के एक्सपर्ट्स की मुताबिक बाजार में ये कंसोलिडेशन निवेशकों के सतर्क रुख की वजह से है जो कि एक बेहतर संकेत भी है. अब बाजार को 2 ट्रिगर यानि टैरिफ की तस्वीर साफ होने और तिमाही नतीजों का इंतजार है. संभव है कि दोनों ही संकेत गुरुवार से मिलने लगेंगे.
क्यों आई आखिरी घंटे में गिरावट
आखिरी आधे घंटे में बाजार में आई गिरावट के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर वजह बना. आज पूरे सत्र में बाजार को आरआईएल ने ही संभाला हालांकि जियो के आईपीओ के इस वर्ष न आने की खबर का असर रिलायंस के स्टॉक पर दिखा और स्टॉक में आई गिरावट से निफ्टी भी गिरकर एक समय दिन के निचले स्तरों पर पहुंच गया. दरअसल बाजार का अपना अनुमान था कि इस साल आईपीओ आएगा. लेकिन कंपनी के द्वारा तस्वीर साफ करने पर स्टॉक पर असर दिखा.
आज बाजार में क्या रहा खास
सीएनबीसी आवाज के मैनेजिंग एडिटर अनुज सिंघल के मुताबिक बाजार एक दायरे में ही है. उनके मुताबिक बाजार आज गिरा लेकिन इसके बाद भी बाजार ने अहम स्तरों का सम्मान किया. ऐसे में बाजार का स्ट्रक्चर मजबूत बना हुआ है. फिलहाल बाजार को दिशा देने के लिए कोई ट्रिगर नहीं है. ऐसे में अब कंपनियों के नतीजे ही बाजार को दिशा देंगे. इसकी शुरुआत गुरुवार से होगी और अगले हफ्ते से इसकी रफ्तार तेज होगी. इसके अलावा बाजार भी टैरिफ को लेकर जल्द से जल्द तस्वीर साफ होने का इंतजार कर रहा है. नतीजे और टैरिफ के ट्रिगर ही अब बाजार की दिशा तय करेंगे
उनके मुताबिक निफ्टी के लिए बड़ा सपोर्ट 25350 से 25400 का है वहीं बढ़त आने पर पहला रजिस्टेंस 25,550-25,600 का है.
क्या है बाजार को लेकर एक्सपर्ट की राय
एमके इनवेस्टमेंट मैनेजर्स के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और फंड मैनेजर सचिन शाह के मुताबिक बाजार में बीते महीनों में आई बढ़त के बाद पिछले कुछ दिनों से जारी कंसोलिडेशन एक अच्छा संकेत है. वहीं बाजार टैरिफ के फैसलों और आने वाले नतीजों को लेकर कुछ नर्वस भी है. इसी वजह से कंसोलिडेशन का दौर बना हुआ है. वहीं उन्होने प्राइवेट सेक्टर बैंकों के वैल्यूएशन बेहतर बताया है साथ उन्होने कहा कि ऑटो सेक्टर का रिस्क रिवार्ड बेहतर है.
क्या है निवेशकों के लिए एक्सपर्ट की राय
एबीएसएल एएमसी के CIO महेश पाटिल के मुताबिक बाजार फिलहाल इन स्तरों पर स्थिर होता दिख रहा है. वहीं बाजार को रिजर्व बैंक की तरफ से उठाए गए कदमों से मजबूती मिल रही है. अनुमान है कि अर्थव्यवस्था को लेकर उठाए गए कदमों का असर दूसरी छमाही में दिखने लगेगा. जिससे पूरी ग्रोथ में और सुधार देखने को मिलेगा. इसमें से भी कंजम्पशन सेक्टर में ज्यादा असर देखने को मिलेगा. बेहतर मानसून से ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर असर, महंगाई में कमी और टैक्स में कटौती का फायदा सेक्टर को मिलेगा. उनके मुताबिक पहली तिमाही में अनिश्चतता से आने वाले नतीजों को लेकर बड़ी उम्मीद नहीं है लेकिन इस दौरान स्टॉक स्पेस्फिक एक्शन बना रह सकता है और आने वाले दिनों में नतीजों के आधार पर तेज बढ़त वाले और तेज गिरावट वाले दोनों तरह के स्टॉक मूवमेंट देखने को मिलेंगे.
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Source: CNBC