इश्यू खुलने से पहले, कंपनी ने एंकर निवेशकों से ₹120 करोड़ जुटाए हैं. एंकर राउंड में शामिल प्रमुख संस्थागत निवेशकों में Abakkus Diversified Alpha Funds, LC Pharos Multi Strategy Fund VCC, Societe Generale, Finavenue Capital Trust, Swyom India Alpha Fund, Sundaram Alternative Investment Trust, Imap India Capital Investment Trust, Sunrise Investment Trust और Aarth AIF Growth Fund. AIF ग्रोथ फंड शामिल हैं.
क्या आपको सब्सक्राइब करना चाहिए?
कैनरा बैंक सिक्योरिटीज: मंगल इलेक्ट्रिकल हाई-वोल्टेज, इनवर्टेड ड्यूटी, और ड्राई-टाइप ट्रांसफॉर्मर्स में विस्तार कर रहा है और इन-हाउस CRGO प्रोसेसिंग और टैंक फैब्रिकेशन के जरिए बैकवर्ड इंटीग्रेशन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
यूनिट IV का विस्तार जनवरी 2026 से शुरू होगा. कंपनी हाई वर्किंग कैपिटल वाले माहौल में काम कर रही है, जिसमें 80% CRGO स्टील आयात किया जाता है और रॉ मैटेरियल लागत का 40% हिस्सा है. अनुमानित कैपिटल एक्सपेंडिचर ₹95-100 करोड़ 18 महीनों में पूरा किया जाएगा, जो IPO से फाइनेंस होगा.
कंपनी का पी/ई अनुपात 24.3 गुना है, जो उचित माना जा रहा है. हालांकि, कच्चे माल की कीमतों में उतार-चढ़ाव से मार्जिन पर दबाव रहता है, जैसा कि कारोबारी साल 2024 में देखा गया था. कैनरा बैंक ने IPO के लिए ‘लॉन्ग टर्म सब्सक्राइब’ की सिफारिश की है.
आनंद राठी: मंगल इलेक्ट्रिकल टेक्निकल और इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड्स के जरिए प्रोडक्शन क्षमता बढ़ाने की योजना बना रहा है ताकि बढ़ती मांग को पूरा किया जा सके. कंपनी 765 kV क्लास अप्रूवल हासिल करने के लिए प्रयासरत है, जो टेक्निकल कैपेसिटी को मजबूत करेगा और हाई कैपेसिटी वाले ट्रांसमिशन सॉल्यूशन की बढ़ती मांग को पूरा करने में सहायक होगा.
आनंद राठी के अनुसार, बिजली की बढ़ती मांग के कारण भारत में सबस्टेशन क्षमता में काफी ग्रोथ हुई है, जिससे ट्रांसफॉर्मर निर्माण के लिए अनुकूल माहौल बना है. IPO को पूरी तरह रेटेड माना गया है और उन्होंने ‘लॉन्ग टर्म सब्सक्राइब’ की रेटिंग दी है.
मंगल इलेक्ट्रिकल IPO का प्राइज बैंड
इस आईपीओ के लिए प्राइज बैंड ₹533 से ₹561 प्रति शेयर निर्धारित की गई है. निवेशक कम से कम 26 शेयरों के लॉट में और उसके मल्टीपल में बोली लगा सकते हैं. फंड्स का इस्तेमाल लोन चुकाने, राजस्थान में कंपनी की सुविधाओं का विस्तार करने और सामान्य कॉर्पोरेट मकसदों के लिए वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने में किया जाएगा.
क्या करती है कंपनी?
Mangal Electrical Industries ट्रांसफॉर्मर कंपोनेंट्स, ट्रांसफॉर्मर लैमिनेशन, अमोर्फस कोर, कॉइल असेंबली, कोर असेंबली, वाउंड कोर, टोरॉयडल कोर, और ऑयल इमर्स्ड सर्किट ब्रेकर्स के निर्माता हैं.
कंपनी के ग्राहक सरकारी बिजली डिस्ट्रिब्यूशन कंपनियों के साथ-साथ अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, वोल्टैम्प ट्रांसफॉर्मर्स लिमिटेड और वेस्टर्न इलेक्ट्रो ट्रांस जैसी निजी कंपनियां हैं. पिछले तीन कारोबारी साल 2023, 2024 और 2025 में, कंपनी अलग-अलग ट्रांसफॉर्मर कंपोनेंट्स का निर्यात नीदरलैंड्स, संयुक्त अरब अमीरात, ओमान, अमेरिका, इटली और नेपाल को कर चुकी है.
अन्य जानकारियां
सिस्टमैटिक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज इस इश्यू के एकल बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं जबकि बिगशेयर सर्विसेज रजिस्ट्रार के तौर पर काम कर रही है.
मंगल इलेक्ट्रिकल IPO का अलॉटमेंट 25 अगस्त को अंतिम रूप दिया जाएगा और कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई पर 28 अगस्त को सूचकांकित होने की संभावना है.
कैसे करें निवेश?
सिस्टमैटिक्स कॉर्पोरेट सर्विसेज इस आईपीओ के बुक-रनिंग लीड मैनेजर हैं जबकि बिगशेयर सर्विसेज इसका रजिस्ट्रार है. मंगल इलेक्ट्रिकल का अलॉटमेंट 25 अगस्त को होगा और शेयर 28 अगस्त को बीएसई एवं एनएसई पर लिस्ट किए जाएंगे. यह IPO ट्रांसफॉर्मर इंडस्ट्री में निवेश करने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर साबित हो सकता है.
Source: CNBC