Larsen Turbo AGM: अगर खरीदा है शेयर तो जानिए सेमीकंडक्टर बिजनेस और शेयर विभाजन पर क्या करेगी कंपनी!

कंपनी ने अपनी एजीएम यानी सालाना आम बैठक की जानकारी एक्सचेंज पर दी है. 2025 की सालाना आम बैठक (AGM) में कंपनी के चेयरमैन ने बिज़नेस की स्थिति, रेवेन्यू, फायदे, और आने वाले समय के रोडमैप पर विस्तार से बात की. शेयरधारकों से खुलकर संवाद किया गया और बताया गया कि कंपनी किस तरह लॉन्ग टर्म वैल्यू बना रही है.

2025 की सालाना आम बैठक (AGM) में L&T ने दिया पूरा प्लान
2025 में कंपनी का मुनाफा और रेवेन्यू

चेयरमैन ने बताया कि कंपनी ने FY25 में दमदार प्रदर्शन किया—कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू ₹10,282 करोड़ रहा जो 22.6% की ग्रोथ है. नेट प्रॉफिट ₹970 करोड़ तक पहुंचा, जो FY24 की तुलना में काफी बेहतर है.
शेयरधारकों को डिविडेंड का तोहफा
कंपनी ने 100% डिविडेंड देने की सिफारिश की है. यानी ₹1 फेस वैल्यू वाले शेयर पर ₹1 का डिविडेंड—जो लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए अच्छी खबर है.
इंटरनेशनल एक्सपेंशन पर फोकस
कंपनी ने बताया कि अमेरिका, मिडल ईस्ट और यूरोप जैसे बड़े बाज़ारों में उनके ऑर्डर बुक मजबूत हो रहे हैं. इससे ग्लोबल स्केल पर भरोसा बना है.
टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में निवेश
चेयरमैन ने कहा कि कंपनी ऑटोमेशन, डेटा एनालिटिक्स और एआई जैसी टेक्नोलॉजी पर फोकस कर रही है ताकि एफिशिएंसी बढ़े और मार्जिन सुधरे.
क्लीन एनर्जी और ESG पर नजर
ESG (Environment, Social, Governance) के मोर्चे पर कंपनी ने बताया कि उन्होंने ग्रीन इनिशिएटिव्स और क्लीन एनर्जी प्रोजेक्ट्स पर काम तेज़ किया है. इससे ESG फंड्स और संस्थागत निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ सकती है.

सेमीकंडक्टर बिजनेस का नया प्लान
शेयरधारकों ने कर्मचारियों की सैलरी, रिटर्न, और बायबैक को लेकर सवाल पूछे. चेयरमैन ने भरोसा दिलाया कि कंपनी सबका संतुलन बनाकर चल रही है और लॉन्ग टर्म वैल्यू पर फोकस कर रही है.
कंपनी ने कहा कि सेमीकंडक्टर कारोबार फिलहाल डिज़ाइन लेवल पर है.शुरुआती रेवेन्यू कुछ सौ करोड़—यानी ₹100-200 करोड़ रहने की उम्मीद है.
मैनेजमेंट ने भरोसा जताया कि 2030-2031 तक यह कारोबार पोर्टफोलियो में अहम भूमिका निभाएगा और तेज़ी से स्केलअप होगा.
कंपनी खुद चिप बनाती नहीं है, लेकिन सेमीकंडक्टर डिज़ाइनिंग से जुड़े काम कर रही है—जो आने वाले AI, EV और इलेक्ट्रॉनिक्स युग में अहम है.
अब कब होगा शेयर विभाजन
चेयरमैन ने कहा कि जब शेयर की फेस वैल्यू ₹2 रिटेल निवेशकों के लिए महंगी लगेगी, तब स्टॉक स्प्लिट किया जाएगा. अभी उस स्तर पर कंपनी नहीं पहुंची है.स्टॉक स्प्लिट का मकसद होगा शेयर को और लोगों के लिए किफायती बनाना ताकि छोटे निवेशक भी आसानी से हिस्सेदारी ले सकें.
पूरी रिपोर्ट एक्सचेंज पर आई है. लिंक पर क्लिक कर जान लीजिए
शेयरधारकों के लिए क्या मायने?
जिनके पास शेयर हैं: यह AGM संकेत देती है कि कंपनी ग्रोथ मोड में है और डिविडेंड व रिटर्न दोनों मजबूत रहेंगे. जो निवेश करना चाहते हैं: बिज़नेस मॉडल, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और ESG फोकस के चलते यह लॉन्ग टर्म के लिए मजबूत स्टोरी लगती है.
AGM में मैनेजमेंट की साफ रणनीति और शेयरधारकों के प्रति पारदर्शिता देखने को मिली. FY25 में मजबूत नतीजे और FY26 के लिए क्लियर फोकस से यह कंपनी मिड-टू-लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए भरोसेमंद साबित हो सकती है.
डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी/CNBC-आवाज़ पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं. वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें.

Source: CNBC