1. कमाई और मुनाफे में धमाकेदार बढ़त
कंपनी की कुल आमदनी (consolidated revenue) ₹58,423 करोड़ रही, जो पिछले साल से 19.9% ज्यादा है.नेट प्रॉफिट ₹8,396 करोड़ पहुंच गया, यानी साल-दर-साल 40% की जबरदस्त छलांग लगाई है. डॉलर में बात करें तो कंपनी की कमाई $691 मिलियन रही, 18.7% की बढ़त रही है.
2. EBITDA और मार्जिन मजबूत-EBITDA ₹12,297.8 करोड़ रहा, और EBITDA मार्जिन 21% पर टिका रहा.लगातार 19 तिमाही से EBITDA और रेवेन्यू में ग्रोथ बनी हुई है – यानी फंडामेंटल्स बेहद मजबूत.
3. AI और Software-Defined Vehicles (SDVs) पर बड़ा दांव-कंपनी 9 ग्लोबल SDV प्रोग्राम्स का हिस्सा है. Mercedes-Benz, Qualcomm और ZF जैसी कंपनियों के साथ स्ट्रैटेजिक साझेदारी. AI को “Force Multiplier” की तरह इस्तेमाल कर रही है – यानी डेवलपमेंट तेजी से और कम खर्च में हो रहा है.
4. सिर्फ कार नहीं, अब ट्रक-बस और ऑफ-हाईवे सेगमेंट भी टारगेट-अब सिर्फ पैसेंजर व्हीकल नहीं, कंपनी ट्रक, ट्रैक्टर, बस जैसे वाहनों में भी टेक्नोलॉजी इनोवेशन ला रही है.Hydrogen Fuel Cell बस (BPCL और Eka Mobility के साथ) जैसे इनिशिएटिव इस रणनीति को मजबूत बनाते हैं.
4. सस्टेनेबिलिटी की दिशा में बड़ा कदम: EcoVoyage2030-लक्ष्य: साल 2030 तक Net Zero Carbon Footprint पाना है. Sodium-Ion Battery टेक्नोलॉजी को Trentar के साथ मिलकर कमर्शियल बनाने की दिशा में काम कर रही है.
7. शेयरधारकों के लिए फायदा: डिविडेंड और कम डेब्ट-FY25 में ₹6 का फाइनल डिविडेंड और ₹2.50 का इंटरिम डिविडेंड यानी कुल ₹8.50 प्रति शेयर का है. कंपनी पूरी तरह से Zero Debt है – यानी वित्तीय स्थिति बेहद मजबूत.
निवेशकों के लिए क्या मायने हैं ये नतीजे-Short-Term: शेयर पर सकारात्मक सेंटिमेंट बनेगा, क्योंकि कंपनी लगातार ग्रोथ दिखा रही है. Medium-Term: Mobility टेक्नोलॉजी में कंपनी की विशेषज्ञता और स्ट्रैटेजिक क्लाइंट बेस (Mercedes, Honda, Cummins आदि) इसे इंडस्ट्री में लीडर बना रही है. Long-Term: EcoVoyage2030, AI और SDV इनिशिएटिव के चलते KPIT ग्लोबल EV और Mobility ट्रांजिशन का बड़ा खिलाड़ी बन सकता है.
KPIT Technologies सिर्फ एक IT कंपनी नहीं रही, अब यह Mobility टेक्नोलॉजी स्पेस की गेमचेंजर बन चुकी है. जिन्होंने इसके शेयर खरीदे हैं, उनके लिए यह रिपोर्ट भरोसा बढ़ाने वाली है. और जो निवेश की सोच रहे हैं, उनके लिए यह कंपनी लॉन्ग टर्म प्ले बन सकती है – बशर्ते वो टेक्नोलॉजी-फोकस्ड पोर्टफोलियो बना रहे हों.
Source: CNBC