JSW Steel Q1FY26 Result : जेएसडब्ल्यू स्टील ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं. इस अवधि में कंपनी ने 2,209 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. यह मुनाफा पिछले साल की इसी तिमाही में हुए 867 करोड़ रुपये की तुलना में मुकाबले 154.79% ज्यादा है. कंपनी के मुताबिक ये शानदार नतीजे घरेलू बाजार में मजबूत मांग और इनपुट कॉस्ट, खासतौर पर कोकिंग कोल की लागत में कमी की वजह से आए हैं.
लागत घटने का फायदा
पहली तिमाही में कंपनी की कुल ऑपरेशनल इनकम 43,147 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही के 42,943 करोड़ रुपये से थोड़ी ही ज्यादा है. हालांकि रेवेन्यू में बड़ी ग्रोथ नहीं दिखी, लेकिन मुनाफा काफी तेजी से बढ़ा. इसका कारण रहा ज्यादा वॉल्यूम और कोकिंग कोल की कीमतों में आई तेज गिरावट.
EBITDA और मार्जिन में सुधार
JSW Steel का EBITDA इस तिमाही में 7,576 करोड़ रुपये रहा, जबकि EBITDA मार्जिन बढ़कर 17.6% पर पहुंच गया. यानी कंपनी हर 100 रुपये की बिक्री पर करीब 17.6 रुपये की ऑपरेटिंग इनकम कमा रही है. सीएनबीसी-टीवी 18 के पोल में उम्मीद की जा रही थी कि जेएसडब्ल्यू स्टील को इस तिमाही में 1,859 करोड़ रुपये का मुनाफा होगा और रेवेन्यू 42,962 करोड़ रुपये रहेगी. लेकिन कंपनी ने दोनों मोर्चों पर बाजार की उम्मीदों से बेहतर नतीजे घोषित किए हैं.
स्टील प्रोडक्शन और बिक्री में ग्रोथ
Q1FY26 में जेएसडब्ल्यू स्टील का कंसॉलिडेटेड क्रूड स्टील प्रोडक्शन 7.26 मिलियन टन रहा, जो सालाना आधार पर (YoY) 14% की ग्रोथ दिखाता है. वहीं स्टील की सेल्स 6.69 मिलियन टन रही, जो 9% की बढ़त दिखाता है. घरेलू बाजार में स्टील की बिक्री 5.96 मिलियन टन रही, जो सालाना आधार पर 12% की तेजी है. हालांकि एक्सपोर्ट वॉल्यूम में 20% की गिरावट देखी गई और Q1FY26 में यह कुल बिक्री का सिर्फ 7% रहा.
देश में बेहतर रहा प्रदर्शन
JSW स्टील ने बताया कि भारत में क्रूड स्टील प्रोडक्शन 7.02 मिलियन टन रहा, जो पिछले साल की तुलना में 15% अधिक है. वहीं भारत में स्टील की बिक्री 6.43 मिलियन टन रही, जिसमें 9% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. इंडियन ऑपरेशंस से कंपनी को 40,510 करोड़ रुपये का रेवेन्यू मिला और मुनाफा 2,517 करोड़ रुपये रहा, जो साल दर साल के आधार पर 118% की ग्रोथ दिखाता है. हालांकि Q1FY26 में कैपेसिटी यूटिलाइजेशन 87% रहा, जो पिछली तिमाही (Q4FY25) के 93% से कम है. इसका कारण प्लान किए गए मेंटेनेंस शटडाउन बताए गए हैं.
कैपेक्स 20,000 करोड़ रहने के संकेत
इस तिमाही (Q1FY26) में कंपनी का कैपिटल एक्सपेंडीचर (Capex) 3,400 करोड़ रुपये रहा. कंपनी ने संकेत दिया है कि पूरे वित्त वर्ष 2025-26 में उसका कैपेक्स 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है.
30 जून 2025 तक कंपनी का नेट डेट 79,850 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जो मार्च 2025 की तुलना में 3,287 करोड़ रुपये ज्यादा है. इसके वर्किंग कैपिटल में ज्यादा निवेश को बताया जा रहा है. हालांकि नेट डेट-टू-EBITDA रेशियो में थोड़ा सुधार हुआ है और यह घटकर 3.20x पर आ गया है. पिछली तिमाही में यह अनुपात 3.34x रहा था.
Source: Financial Express