₹3,600 करोड़ के इस IPO को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। 7 अगस्त से 11 अगस्त तक खुले इस IPO को कुल मिलाकर करीब 8 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जिसमें मुख्य रूप से इंस्टिट्यूशनल इन्वेस्टर्स की भागीदारी प्रमुख रही।
IPO से पहले कंपनी ने जुटाए थे ₹1,080
JSW Cement के IPO में ₹1,600 करोड़ के फ्रेश इश्यू के तहत 10.88 करोड़ नए शेयर और प्रमोटरों द्वारा ₹2,000 करोड़ के ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत 13.61 करोड़ शेयर शामिल थे। IPO लॉन्च से पहले कंपनी ने ऐंकर इन्वेस्टर्स से ₹1,080 करोड़ जुटाए थे, जिसमें देश और दुनिया की प्रतिष्ठित इंस्टिट्यूशनल कंपनियों की भागीदारी रही।
कंपनी की लंबी अवधि की परफॉर्मेंस पर होगा फोकस
ग्रे मार्केट में JSW Cement के शेयर इश्यू प्राइस से लगभग 3% के मामूली प्रीमियम पर ट्रेड कर रहे थे। हाल के कुछ बड़े IPO की तुलना में यह प्रीमियम थोड़ा कम रहा, लेकिन मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि निवेशकों का फोकस सिर्फ लिस्टिंग गेन पर नहीं, बल्कि कंपनी की लंबी अवधि की परफॉर्मेंस पर होगा। JSW ग्रुप का हिस्सा होने के नाते JSW Cement देश की अग्रणी सीमेंट मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है। इसके पास देश भर में 7 प्लांट हैं और कुल 20.6 मिलियन टन प्रति वर्ष की ग्राइंडिंग कैपेसिटी है।
कंपनी के पास 4,600 से ज्यादा डीलर्स के साथ मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क
कंपनी का पोर्टफोलियो ब्लेंडेड और ऑर्डिनरी पोर्टलैंड सीमेंट, ग्राउंड ग्रेन्युलेटेड ब्लास्ट फर्नेस स्लैग (GGBS), क्लिंकर और अन्य सीमेंट प्रोडक्ट को शामिल करता है। इसके पास 4,600 से ज्यादा डीलर, करीब 8,900 सब-डीलर और 158 वेयरहाउस के साथ मजबूत डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क है।
राजस्थान के नागौर में एक इंटीग्रेटेड सीमेंट प्लांट स्थापित करेगी कंपनी
IPO से मिले अमाउंट का इस्तेमाल कंपनी राजस्थान के नागौर में एक नया इंटीग्रेटेड सीमेंट प्लांट स्थापित करने, कुछ कर्ज चुकाने और सामान्य कॉर्पोरेट जरूरतों को पूरा करने में करेगी। हालांकि कंपनी ने FY23 और FY24 में मुनाफा कमाया था, लेकिन FY25 में घाटा दर्ज किया गया है, जिसे एक्सपर्ट ने शुरुआती बाजार उत्साह पर असर डालने वाला एक संभावित कारक बताया।
Source: Economic Times