कैसे रहे तिमाही नतीजे
जून 2025 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी ने 714.2 करोड़ रुपये का कंसोलिडेटेड मुनाफा दर्ज किया, इसमें साल-दर-साल के आधार पर 10.2% की बढ़त देखने को मिली है. पिछले साल इसी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 648 करोड़ रुपये का था.
कंपनी की कारोबार के जरिए आय 8.2% बढ़कर 10,207 करोड़ रुपये हो गई, जो कि साल भर पहले 9430 करोड़ रुपये पर थी. कंपनी का EBITDA 1,309.6 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल इसी अवधि में 1,211.8 करोड़ रुपये पर था, यानी एबिटडा में साल दर साल के आधार पर 8.1% की वृद्धि देखने को मिली है. कंपनी का मार्जिन 12.8% पर स्थिर बना रहा.
इस तिमाही में कंपनी के सेल्स वॉल्यूम 6.26 लाख टन रहा, जो पिछले साल की तुलना में 8.3% अधिक है, जिससे घरेलू बाजार में मजबूत मांग का संकेत मिलता है. तिमाही के अंत में जिंदल स्टेनलेस का कंसोलिडेटेड कर्ज 3,869 करोड़ रुपये रहा.
कंपनी के एमडी अभ्युदय जिंदल ने कहा कि कंपनी ने विशेष ग्रेड में इनोवेशन, दक्षता और रेलवे, ऑटोमोबाइल और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों से मजबूत मांग के चलते अपनी मार्केट लीडरशिप बनाए रखी है. उन्होंने उद्योग की मजबूती के लिए एक राष्ट्रीय स्टेनलेस स्टील नीति की जरूरत को दोहराया.
कैसा रहा स्टॉक का प्रदर्शन
बुधवार के कारोबार में स्टॉक एक फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 734 के स्तर पर बंद हुआ है. स्टॉक इसी साल अप्रैल में 497 के अपने साल के न्यूनतम स्तर पर पहुंचा था. वहीं पिछले साल सितंबर में स्टॉक ने 803 का अपना साल का उच्चतम स्तर दर्ज किया था.
(डिस्क्लेमर: CNBC TV18 हिंदी/ CNBC आवाज पर दी गई सलाहें या विचार एक्सपर्ट, ब्रोकरेज फर्म के अपने निजी विचार हैं, वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके प्रति जिम्मेदार नहीं है. निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार या सर्टिफाइड एक्सपर्ट से राय जरूर लें.)
Source: CNBC