Jane Street: भारतीय शेयर बाजार में कैसे घोटाला कर रही थी ये अमेरिकी कंपनी? ₹4800 करोड़ लूटा

शेयर बाजार से एक बहुत बड़े घपले की खबर आ रही है। मार्केट रेगुलेटर ने SEBI ने अमेरिका की ट्रेडिंग फर्म Jane Street और उससे जुड़ी तीन अन्य संस्थाओं को भारतीय शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने से बैन कर दिया। सिर्फ यहीं नहीं, SEBI ने इन तीनों कंपनियों को करीब ₹4,843.5 करोड़ के ‘अवैध मुनाफे’ को लौटाने का भी निर्देश दिया है। साथ ही, इन सभी संस्थाओं के बैंक खातों पर ‘डेबिट फ्रीज’ लगाने का आदेश भी जारी कर दिया गया है। SEBI का आरोप है कि Jane Street और उसकी सहयोगी संस्थाओं ने भारतीय शेयर बाजार में एक्सपायरी के दिन इंडेक्सों को मैनिपुलेट करके करोड़ों का अवैध मुनाफा कमाया है। आखिर ये पूरा मामला क्या है? कैसे इस पूरे घपले की परत खुली? और जेन स्ट्रीट कैसे अवैध तरीके से मुनाफे कमा रही थी?

इस पूरे मामले की शुरुआत अप्रैल 2024 में हुई, जब अंतरराष्ट्रीय मीडिया में Jane Street ग्रुप और Millennium Management के बीच एक विवाद की खबरें सामने आईं। इस विवाद का कारण था भारतीय शेयर बाजार से जुड़ी एक गुप्त ट्रेडिंग स्ट्रैटजी, जिसे लेकर दोनों पक्षों के बीच कानूनी लड़ाई छिड़ गई। रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि Jane Street ने भारत के इक्विटी डेरिवेटिव्स मार्केट में ट्रेडिंग कर $1 बिलियन (लगभग ₹8,000 करोड़ से अधिक) का मुनाफा कमाया था। ये पूरी रकम एक स्पेशल और सीक्रेट ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी की बदौलत हासिल की गई थी, जिसे उन्होंने खुद बनाया था।

इन रिपोर्ट्स ने शेयर मार्केट की रेगुलेटर SEBI का ध्यान खींचा। SEBI ने मामले की गंभीरता को समझते हुए खुद जांच शुरू करने का फैसला लिया। SEBI ने जुलाई 2024 में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को निर्देश दिया कि वह Jane Street ग्रुप की ट्रेडिंग गतिविधियों की गहन जांच करे। फिर इस जांच से जुड़ी जो जानकारियां सामने आईं वो, चौंकाने वाली थीं।

SEBI ने जांच में पाया कि जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच जेन स्ट्रीट ग्रुप ने इंडियन स्टॉक मार्केट्स में कई हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल किया। इससे में से कई ट्रेडिंग स्ट्रैटजी गैर-कानूनी और मैनुपेलिटव थी। इससे चलते एक्सपायरी के दिन शेयर मार्केट में कई भारी ऐसे उतारचढ़ाव देखने को मिले, जिसे सामान्य नहीं माना जा सकता। सेबी के अपने सर्विलांस सिस्टम ने भी इसके संकेत दिए थे।

तीन सहयोगी कंपनियों के जरिए भारत में ऑपरेट करती थी जेन स्ट्रीट

जेन स्ट्रीट भारत में अपनी तीन सब्सिडियरीज कंपनियों के जरिए ऑपरेट करती थी। इनमें Jane Street Asia Trading Limited (JSATL), Jane Street India Trading Private Limited (JSITPL) और Jane Street Asia LLC (JSALLC) शामिल हैं। ये सभी कंपनियां इंडिया में फॉरेन पोर्टफोलियो इनवेस्टर्स (FPI) के रूप में रजिस्टर्ड हैं। सेबी की शुरुआती जांच से पता चला है कि ये कंपनियां इंडियन मार्केट में मिलकर ट्रेडिंग पोजीशंस लेती थीं। साथ ही ये तीनों कंपनियां हाई-फ्रिक्वेंसी वाली एल्गो आधारित स्ट्रेटेजी के जरिए मार्केट को मैनिपुलेट करती थीं।

बताया जाता है कि ये तीनों कंपनियां इंडेक्स डेरिवेटिव्स खासकर Nifty और Bank Nifty के फ्यूचर्स और ऑप्शंस में पोजीशंस लेती थीं। एक फर्म बाय (buy) पोजीशन लेती थी, जबकि दूसरी सेल (Sell) पोजीशन लेती थी। ये पोजीशन एक ही कॉन्ट्रैक्ट में, एक ही प्राइस पर और एक ही समय में लिए जाते थे। इसे हेजिंग स्ट्रेटेजी नहीं माना जा सकता। दरअसल ये पेअर्ड ट्रेड्स थे, जो कुछ ही सेकेंड्स में एग्जिक्यूट हो जाते थे। इसका मकसद सिर्फ कीमतों को अपनी जरूरत के हिसाब से गिराना या चढ़ाना होता था।

मंथली और वीकली एक्सपायरी के दिन होती थी ट्रेडिंग

यह ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी ज्यादातर मंथली और वीकली एक्सपायरी के दिन अपनाई जाती थी। इंडेक्स की क्लोजिंग प्राइस को बढ़ाने या घटाने के लिए ट्रेडिंग के अंतिम मिनट्स में जेन स्ट्रेट की कंपनियां बड़े ऑर्डर्स प्लेस करती थीं। चूंकि इंडेक्स डेरिवेटिव्स का सेटलमेंट इंडेक्स के क्लोजिंग लेवल से होता है, इसके चलते अंतिम मिनट्स में इंडेक्स में उतार-चढ़ाव से प्रॉफिट पर काफी ज्यादा असर पड़ता है। जेन स्ट्रीट की कंपनियों ने इस स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल कर इंडेक्सों को मैनिपुलेट किया।

जब जेन स्ट्रीट ने एक दिन में 673 करोड़ कमाए

SEBI की जांच में यह सामने आया कि सिर्फ एक दिन, यानी 17 जनवरी 2024 को Jane Street ने ₹4,370 करोड़ के शेयरों का कारोबार किया और उसी दिन ₹673 करोड़ का नेट ऑप्शन्स प्रॉफिट बुक किया।

इस स्ट्रैटजी से काम करती थी जेन स्ट्रीट

SEBI की रिपोर्ट के मुताबिक, हर महीने के एक्सपायरी दिनों पर Jane Street एक खास स्क्रिप्ट के तहत काम करता था। सुबह के समय, Jane Street फ्यूचर्स और कैश सेगमेंट में आक्रामक खरीदारी कर इंडेक्स को ऊपर खींचता। इसके बाद दोपहर में धीरे-धीरे उन पोजिशनों को अनवाइंड करता, जिससे बाजार नीचे गिरता। इन उतार-चढ़ाव के बीच, Jane Street ने अपनी इंडेक्स ऑप्शन्स की पोजिशनिंग इस तरह रखी थी कि उसे भारी मुनाफा होता। SEBI के मुताबिक, यह स्ट्रैटजी बार-बार अपनाई गई, खासकर एक्सपायरी दिनों पर, जिससे बाजार की दिशा पर कृत्रिम रूप से असर पड़ा।

जेन स्ट्रीट ने कुल ₹36,502 करोड़ का मुनाफा कमाया

SEBI ने पाया कि जेन स्ट्रीट ने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच भारतीय शेयर बाजार में केवल इंडेक्स ऑप्शन्स से 43,289 करोड़ रुपये का लाभ कमाया। वहीं दूसरी ओर, उन्होंने स्टॉक फ्यूचर्स, इंडेक्स फ्यूचर्स और कैश ट्रेड्स में ₹7,687 करोड़ का घाटा दिखाया। इन आंकड़ों के बाद भी, कंपनी का कुल नेट प्रॉफिट ₹36,502 करोड़ पर रहा। जेन स्ट्रीट ने ये पूरी कमाई 15 महीनों में की है। अब SEBI ने इस घपले में शामिल सभी इकाइयों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।

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Source: MoneyControl