आईटीसी होटल्स के पहली तमाही के नतीजे शानदार हैं। इसमें ऑक्युपेंसी में इजाफा, हायर रूम रेट्स और एक साल पहले की समान तिमाही में लो बेस का हाथ है। डिमांड स्ट्रॉन्ग बनी हुई है। आईटीसी होटल्स ने इनवेंट्री बढ़ाने का प्लान बनाया है। आईटीसी होटल्स उन मुट्ठीभर लिस्टेड होटल कंपनियों में से एक है, जिनके ब्रांड काफी स्ट्रॉन्ग हैं। कंपनी की मैनेजमेंट टीम अच्छी है। बैलेंसशीट भी मजबूत है। इसका असर कंपनी के शेयरों पर दिखा है। 2025 में कंपनी का शेयर 40 फीसदी से ज्यादा चढ़ा है। सवाल है कि शेयरों में उछाल के बाद निवेशकों को क्या करना चाहिए?
रेवेन्यू ग्रोथ 16 फीसदी
FY26 की पहली तिमाही में ITC Hotels की रेवेन्यू ग्रोथ साल दर साल आधार पर 16 फीसदी रही है। इंडिया में आईटीसी होटल्स की प्रॉपर्टीज की ऑक्युपेंसी साल दर साल आधार पर करीब 300 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ी है। इसमें हाल में ली गईं प्रॉपर्टीज की ऑक्युपेंसी में इजाफा का बड़ा हाथ है। एवरेज रूम रेट्स (ARRs) 9 फीसदी बढ़े हैं। फूड एंड बेवरेज सेगमेंट की ग्रोथ साल दर साल आधार पर 13 फीसदी रही। पहली तिमाही में कंपनी के अच्छे प्रदर्शन की एक बड़ी वजह यह है कि पिछले साल की समान अवधि का बेस कम था।
EBITDA मार्जिन 70 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ा
कंपनी का EBITDA मार्जिन साल दर साल आधार पर 70 बेसिस प्वाइंट्स बढ़ा है। कंपनी की अन्य आय 44 करोड़ रुपये रही। इसमें अच्छे कैश रिजर्व का हाथ है। पिछले साल की जून तिमाही में कंपनी का कैश रिजर्व सिर्फ 10 करोड़ रुपये था। कंपनी का नेट प्रॉफिट साल दर साल आधार पर 54 फीसदी बढ़कर 133 करोड़ रुपये रहा। मई की शुरुआत में आईटीसी होटल्स के रेवेन्यू पर इंडिया-पाकिस्तान टकराव का असर पड़ा। कुछ लोकेशंस पर इसका ज्यादा असर दिखा था। अब यह असर खत्म हो रहा है।
डिमांड स्ट्रॉन्ग रहने का अनुमान
होटल इंडस्ट्री की ग्रोथ पर इकोनॉमिक ग्रोथ का असर पड़ता है। अच्छी इकोनॉमिक ग्रोथ से इनकम बढ़ रही है। इससे आगे डिमांड स्ट्रॉन्ग बने रहने की उम्मीद है। इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हो रहा है। ट्रैवल में लोगों की दिलचस्पी बढ़ी है। सरकार टूरिज्म को बढ़ावा दे रही है। विदशी पर्यटकों की आवक बढ़ रही है। ऐसे में मीडियम टर्म में डिमांड स्ट्रॉन्ग बने रहने की उम्मीद है। आईटीसी ने नए 5,340 रूम जोड़ने का प्लान बनाया है।
क्या आपको इनवेस्ट करना चाहिए?
अभी ITC Hotels के शेयरों में FY27 के EV/EBITDA के 29.7 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। इस स्टॉक में प्रतिद्वंद्वी होटल कंपनियों के मुकाबले 5 फीसदी प्रीमियम पर ट्रेडिंग हो रही है। इस साल जनवरी में लिस्टिंग के बाद से यह स्टॉक 40 फीसदी बढ़ा है। इस तरह से यह सबसे अच्छा प्रदर्शन वाला होटल स्टॉक बन गया है। शेयरों की कीमतों में उछाल को देखते हुए इस स्टॉक से जल्द ज्यादा कमाई की उम्मीद नहीं की जा सकती।
Source: MoneyControl