IT stocks : भारत की सबसे बड़ी आईटी सर्विस कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के 30 जून, 2025 को समाप्त तिमाही के खराब नतीजों के बाद, शुक्रवार, 11 जुलाई को निवेशकों द्वारा अपनी होल्डिंग्स बेचने की जल्दबाजी के कारण निफ्टी आईटी इंडेक्स शुरुआती कारोबर में गिर गया। सुबह 9.30 बजे के आसपास निफ्टी आईटी इंडेक्स 1.2 फीसदी की गिरावट के साथ 37,902.65 पर दिख रहा था। इस गिरावट में सबसे ज्यादा योगदान टीसीएस, विप्रो, इंफोसिस और एलटीआईमाइंडट्री के शेयरों का था। सबसे ज़्यादा गिरावट लार्ज-कैप आईटी सर्विसेज़ कंपनियों में देखने को मिली। जबकि मिड-कैप कंपनियों का प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से बेहतर दिख रही है।
जियोजित इन्वेस्टमेंट्स के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटेजिस्ट वीके विजयकुमार ने कहा कि टीसीएस के पहली तिमाही के नतीजे आईटी कंपनियों, खासकर लार्ज-कैप आईटी कंपनियों की मुश्किलों के जारी रहने का संकेत दे रहे हैं। हालांकि,मिडकैप आईटी कंपनियों से अच्छा प्रदर्शन करने की संभावना है। निवेशक कमाई की संभावना वाले फेयर वैल्यू वाले शेयरों पर फोकस कर सकते हैं।
TCS ने बताया है कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में कंपनी की मुनाफा सालाना आधार पर 6 फीसदी बढ़कर 12,760 करोड़ रुपये पर रहा है, जबकि पिछले साल इसी तिमाही में यह 12,040 करोड़ रुपये रहा थी। तिमाही आधार पर कंपनी का मुनाफा 12,224 करोड़ रुपये से 4.4 फीसदी बढ़कर बाजार की उम्मीदों से बेहतर रहा। हालांकि,कंपनी ने बताया है कि अप्रैल-जून तिमाही में उसका ऑपरेटिंग रेवेन्यू 1.3 फीसदी बढ़कर 63,437 करोड़ रुपये रहा है।
जापानी ब्रोकरेज फर्म नोमुरा ने TCS पर अपने ‘न्यूट्रल’ कॉल को बरकरार रखा है और टारगेट को 3,820 रुपये प्रति शेयर से घटाकर 3,780 रुपये कर दिया है। ब्रोकरेज का कहना है कि वित्त वर्ष 2026 के लिए कंपनी की ग्रोथ की संभावना अभी भी धुंधली बनी हुई है। इसके अलावा, ब्रोकरेज फर्म ने यह भी कहा है कि TCS की कॉन्सटेंट करेंसी रेवेन्यू अनुमान से कम रही। इस वर्ष मार्जिन में की बड़े सुधार की संभावना कम है।
HSBC ने 3,665 रुपये प्रति शेयर के टारगेट प्राइस के साथ TCS पर अपनी ‘होल्ड’ कॉल बनाए रखी है। ब्रोकरेज का कहना है कि पहली तिमाही के नतीजों में रेवेन्यू में गिरावट दिखी है। इसकी मुख्य वजह बीएसएनएल और उसकी अंतरराष्ट्रीय कारोबारी शाखा रही है। ब्रोकिंग हाउस ने आगे कहा कि कंपनी मुनाफे के मामले में भी मुश्किल का सामना करती दिख रही है। इसके अलावा मांग का अनुमान भी उम्मीद से कम है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
Source: MoneyControl